INSAT-3D सैटेलाइट लॉन्च: इसरो ने फिर रचा इतिहास, अब मिल सकेगी मौसम की सटीक जानकारी
- 1. पृथ्वी की सतह की निगरानी करें, महासागरों का निरीक्षण करें और विभिन्न आवश्यक मौसम संबंधी दृष्टिकोणों के माध्यम से पर्यावरण का विश्लेषण करें।
- 2. ऊर्ध्वाधर प्रोफाइल के माध्यम से विविध वायुमंडलीय स्थितियों पर जानकारी प्रदान करें।
- 3. डेटा संग्रह प्लेटफ़ॉर्म (डीसीपी) से डेटा संग्रह और प्रसार का प्रबंधन करें।
- 4. खोज और बचाव सेवाओं का समर्थन करें।