वन नेशन, वन इलेक्शन को लेकर भाजपा ने अपना रुख साफ किया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आज पार्टी का नजरिया उच्च स्तरीय समिति के सामने रखा। इसके बाद उन्होंने कहा कि आज हमने एक राष्ट्र एक चुनाव पर पार्टी का नजरिया उच्च स्तरीय समिति के सामने रखा। हमने बहुत स्पष्ट रूप से कहा कि आदर्श आचार संहिता विभिन्न स्तरों पर और अलग-अलग समय पर होने वाले चुनावों के कारण लागू होती है। इसका असर प्रशासन और सुशासन पर पड़ता है, साथ ही लोगों के विकास की गति भी धीमी हो जाती है। पार्टियों पर आर्थिक बोझ भी पड़ता है और भ्रष्टाचार का कारण भी बनता है।
नड्डा ने आगे कहा कि सीमा पर आंतरिक और बाहरी सुरक्षा के लिए तैनात किए जाने वाले सुरक्षा बल बार-बार चुनावों के लिए राज्यों में तैनात किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने यह बात रखी है कि जन प्रतिनिधि कानून में आम सहमति से बदलाव किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में एक फोटो पहचान पत्र, जो लोकसभा, विधानसभा एवं पंचायत के लिए मान्य हो। एक मतदाता सूची होनी चाहिए। चुनाव एक ही समय में होने चाहिए। आखिरकार, ये तीन चुनाव एक ही समय में होने चाहिए।
कमेटी में कौन-कौन
पिछले वर्ष सितंबर के महीने में इस कमेटी का गठन किया गया था। इसमें शामिल पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, गृह मंत्री अमित शाह, पूर्व वित्त आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह, पूर्व लोकसभा महासचिव सुभाष सी कश्यप, पूर्व मुख्य सतर्कता आयुक्त संजय कोठारी और वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे सदस्यों को लोकसभा, राज्य विधानसभा, नगरपालिकाओं और पंचायतों के लिए एक साथ चुनाव कराने के मुद्दे पर जल्द से जल्द विचार करने और सिफारिशें करने का काम सौंपा गया।