कोटा। राजस्थान के कोटा में नौ दिन से लापता 16 वर्षीय जेईई अभ्यर्थी का शव सोमवार रात को यहां वन क्षेत्र में एक चट्टान पर दो पेड़ों के बीच फंसा हुआ मिला। छात्र 11 फरवरी को नियमित परीक्षा के लिए अपने छात्रावास से निकला था। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। इसने बताया कि लड़के को एक सीसीटीवी फुटेज में आखिरी बार 11 फरवरी को गरडिया महादेव मंदिर के जंगल के पास देखा गया था।
पुलिस ने कहा कि यह आत्महत्या का मामला है। इस मामले के बाद कोटा में इस साल यह छात्रों द्वारा आत्महत्या किए जाने का चौथा मामला है। कोटा के कोचिंग सेंटर में बड़ी संख्या में छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए आते हैं। इस बीच, संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) का एक 17 वर्षीय अभ्यर्थी कोटा स्थित छात्रावास के कमरे से एक सप्ताह से लापता है और उसका पता लगाने के लिए गहन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक (कोटा शहर) अमृता दुहन ने संवाददाताओं को बताया कि जेईई अभ्यर्थी का शव सोमवार देर शाम गरडिया महादेव मंदिर के पास जंगल से बरामद किया गया, जिसकी पहचान मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के निवासी रचित सोंध्या (16) के रूप में हुई है।
रचित आईआईटी-जेईई की तैयारी कर रहा था। दुहन ने कहा कि जिला कलेक्टर की अनुमति लेने के बाद सोमवार रात को पोस्टमार्टम किया गया और शव परिजन को सौंप दिया गया। अधिकारी ने बताया कि जेईई का एक और अभ्यर्थी पीयूष कपासिया (17) अभी भी लापता है और उसका पता लगाने के लिए कई विशेष टीमों का गठन किया गया है। रचित के मामले को लेकर जवाहर नगर पुलिस थाने के अधिकारी वासुदेव सिंह ने कहा कि यह आत्महत्या का संदिग्ध मामला है और पुलिस ने जांच के लिए आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 174 के तहत मामला दर्ज किया है।
रचित 11 फरवरी को दोपहर करीब 12 बजे जवाहर नगर पुलिस थाने की सीमा के भीतर स्थित महावीर नगर-1 में अपने छात्रावास के कमरे से निकला था। उसे आखिरी बार सीसीटीवी फुटेज में टैक्सी किराए पर लेते और गरडिया महादेव मंदिर के जंगल में जाते देखा गया। छात्र का बैग, मोबाइल फोन, कमरे की चाबियां और कुछ अन्य सामान 12 फरवरी को मंदिर से लगभग 200 मीटर की दूरी पर पाए गए थे। कोटा नगर निगम के कर्मियों और मृतक के परिवार के 40-50 सदस्यों के अलावा लगभग 60-70 पुलिसकर्मियों ने जहां लड़के का सामान मिला था वहां से लगभग डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर एक चट्टान पर दो पेड़ों के बीच शव को फंसे देखा।
एक दूसरे मामले में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर का रहने वाला कपासिया 13 फरवरी को एक परीक्षा के लिए अपने छात्रावास से निकला था। वह न तो अपने कमरे में लौटा और न ही अपने माता-पिता के फोन कॉल का जवाब दिया, जिसके बाद उसके परिवार के सदस्य कोटा पहुंचे और गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। परिजनों के मुताबिक 17 वर्षीय युवक दो साल से कोटा में आईआईटी-जेईई की तैयारी कर रहा था। उसने हाल ही में जेईई-मेन्स परीक्षा दी और केवल 13 पर्सेंटाइल अंक प्राप्त किए थे। पुलिस ने बताया कि लड़के को आखिरी बार सीसीटीवी फुटेज में कोटा रेलवे स्टेशन पर हाथ में एक बैग लिए देखा गया था।