शिमला - हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिले के एक गांव में रविवार तड़के हिमस्खलन हुआ, जिससे चेनाब का प्रवाह बाधित हो गया और आसपास के इलाके में अलर्ट जारी कर दिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इस बीच, पिछले दो दिनों में हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी और बारिश के कारण छह से ज्यादा बार हिमस्खलन और भूस्खलन हुए हैं, जिससे पांच राष्ट्रीय राजमार्गों समेत 500 से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं। उन्होंने बताया कि अब तक किसी भी हिमस्खलन में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
अधिकारियों ने बताया कि लाहौल-स्पीति में जसरत गांव के पास दारा झरने पर हिमस्खलन के बाद चिनाब नदी का प्रवाह बाधित हो गया, जबकि जिले में पिछले 24 घंटों में भारी बर्फबारी हुई है। लाहौल-स्पीति के पुलिस अधीक्षक (एसपी) मयंक चौधरी ने कहा कि जोबरंग, रापी, जसरत, तरंद और थरोट के आसपास के गांवों के निवासियों को सतर्क रहने और आपात स्थिति में निकटतम पुलिस चौकी को सूचित करने की सलाह दी गई है।
लाहौल उपसंभाग के तांदी पुल पर हिमस्खलन में कुछ दुकानें दब गईं। लाहौल-स्पीति में राशेल गांव के सेली नाला, जोबरंग में फल्दी नाला, लोहनी में चो वीर मोड़ और उदयपुर गांव के पास तथा नाला में हिमस्खलन की कई घटनाएं हुईं। अधिकारियों ने बताया कि किन्नौर जिले के सांगला में करछम हेलीपैड के पास भी हिमस्खलन की सूचना मिली है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, पांच राजमार्गों समेत 500 सड़कों पर यातायात बंद है। लाहौल-स्पीति में अधिकतम 290 सड़कें, किन्नौर में 75, चंबा में 72, शिमला में 35, कुल्लू में 18, मंडी में 16, कांगड़ा और सिरमौर जिलों में एक-एक सड़क बंद है।