झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन रांची में झामुमो के एक कार्यक्रम को संबोधित करते समय रो पड़ीं। भावुक कल्पना ने जब जेल में बंद अपने पति हेमंत के बारे में बोलना शुरू किया तो वह अपने आंसू नहीं रोक सकीं। उन्होंने कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहा कि मैं भारी मन से यहां खड़ा हूं। मेरे ससुर (शिबू सोरेन) और मेरी सास दर्द में हैं क्योंकि वे अपने बेटे को याद कर रहे हैं। मैंने तय किया था कि मैं आंसुओं पर काबू पा लूंगी लेकिन...मुझे आपसे ऊर्जा मिल रही है।
हेमंत सोरेन ने कहा कि जिन लोगों ने इतनी बड़ी साजिश रची और जिनकी वजह से उन्हें जेल जाना पड़ा, इससे पता चलता है कि ऐसे लोगों की मानसिकता कितनी छोटी और घृणित है। वो दिल्ली में तो जरूर बैठते हैं लेकिन दिल्लीवालों के अंदर दिल धड़कता ही नहीं है। क्यों? क्योंकि यहां आदिवासी, दलित और अल्पसंख्यक रहते हैं जिन्हें वो कीड़े-मकौड़े मानते हैं। उन्हें लगता है कि वे कुछ भी कर सकते हैं। उनके आचरण से पता चलता है कि उनमें कितनी नफरत है, उन्होंने सीएम को अपने पद से हटने के लिए मजबूर कर दिया... आने वाले समय में आपको अपने मतदान के माध्यम से यह दिखाना होगा कि 'झारखंड कभी झुकेगा नहीं, झारखंडी कभी झुकेगा नहीं'।
इससे पहले कल, कल्पना सोरेन ने गिरिडीह में झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के स्थापना दिवस कार्यक्रम के दौरान 'सार्वजनिक जीवन' में प्रवेश करने के अपने फैसले की घोषणा की। पार्टी के एक पदाधिकारी ने बताया कि पार्टी ने अपने 51वें स्थापना दिवस को गिरिडीह के झंडा मैदान में 'आक्रोश दिवस' के रूप में मनाने का फैसला किया है। कल्पना ने रविवार को अपने ससुर और झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन और सास रूपी से आशीर्वाद लिया। वह अपने पति से भी मिलीं ।