सरकार बदली लेकिन बीड़ा अधिकारियों की कार्यशैली नहीं बदली
आशियाना टाउन से अतिक्रमण हटाने से कतरा रहे है अधिकारी
सूबे में गहलोत की सरकार गई और भजनलाल की सरकार आ गई,लेकिन लगता है शायद अधिकारियों की कार्यशैली नहीं बदली है। बीड़ा के चेयरमैन राज्यवर्धन राठौड़ के हस्तक्षेप के बाद भिवाड़ी इंट्रीग्रेटेड डवलपमेंट अथॉरिटी बीडा ने कार्रवाई तो अवश्य की लेकिन वो भी अधूरी रही। बीड़ा ने थड़ा गांव में स्थित आशियाना टाउन सोसायटी में अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के आदेश दिए हैं। बीडा के आदेश के बाद हालांकि अवैध निर्माण करने वालों में हड़कंप मचा हुआ है। आशियाना टाउन सोसायटी के अध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने सोसायटी में अवैध निर्माण की शिकायत बीडा से की थी। बीडा की इसके बाद संयुक्त टीम ने मौका निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया कि अतिक्रमणकारियों ने अनुमोदित मानचित्र के विपरित पार्किंग स्पेस को कवर कर रखा है एवं टीनशेड लगाकर कवर की गई पार्किंग में अवैध रूप से बिना सक्षम अनुमति के अवैध निर्माण कर रखा है। बीडा सीईओ सलोनी खेमका ने बीडा तहसीलदार, सहायक नगर नियोजक संबन्धित कनिष्ठ अभियंता एवं पटवारी को अवैध निर्माण को ध्वस्त कर पालना रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।उल्लेखनीय है कि गत 22 दिसम्बर23 को आदेश दिए गए लेकिन कार्रवाई नहीं की। विधायक ने बीड़ा को पत्र लिखा फिर भी बीड़ा ने पत्र को रद्दी की टोकरी में फेंक दिया। विधायक ने बीड़ा चेयरमैन कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ को पत्र लिखा।चेयरमैन के हस्तक्षेप के बाद अधूरी कार्यवाही हुई। अब बीड़ा ने अतिक्रमण हटाने की मन मारकर योजना बनाई,लेकिन वह भी लटक गई।आखिर क्या वजह है कि बीड़ा गलत को गलत साबित करने से क्यों कतरा रहा है।
- मुकेश कुमार