माली समाज का युवक-युवति परिचय सम्मेलन सम्पन्न
300 से भी ज्यादा युवक-युवतियों ने दिया परिचय
परिचय समेलन आज के समय की मांग: माली
गुरला:-उदयपुर मेवाड़ संभाग स्तरीय माली समाज का युवक-युवती परिचय सम्मेलन उदयपुर शहर के खारां कुआ सौ फिट रोड़ स्थित माली समाज के नंद भवन में आयोजित हुआ। समारोह की शुरूवात महात्मा ज्योतिबा फूले को नमन कर दीप प्रज्ज्वल व माल्यार्पण से की गई। तत्पश्चात् फूल माली समाज उत्थान समिति द्वारा अतिथियों व आंगतुकों का स्वागत सम्मान किया गया।
समारोह के मुख्यअतिथि राजस्थान प्रदेश माली (सैनी) महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष गोपाल लाल माली ने उपस्थित समाजबंधुओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज के बदलते हुए परिवेश में हर समाज अपनी प्राचीन सामाजिक कुरीतियों को शनै-शनै समाप्त कर रहे है और आवश्यकतानुसार संशोधन भी कर रहे है। हमें भी हमारे समाज में व्याप्त कुरीतियों में सुधार व अंकुश लगाना होगा। परिचय सम्मेलन आज के समय की मांग है और यह हमें समय-समय पर आयोजित करने होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि हमें संकल्प लेना होगा कि हम हमारी भावी पीढ़ी को संस्कारवान शिक्षा दिलाये ताकि बालक-बालिकाएं शिक्षा ग्रहणकर उज्जवल भविष्य का निर्माण कर सके।
आयोजन समिति के सदस्य लोकेन्द्र चावड़ा ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि सम्मेलन में मेवाड़ संभाग के सभी शहर व तहसीलों के साथ-साथ सिरोही, अजमेर, नीमच, डूंगरपुर, बांसवाडा सहित राजस्थान के कई जिलों व गुजरात, मध्य्प्रदेश से भी समाजबंधुओं ने सम्मेलन में शिरकत की। इस सम्मेलन में 18 वर्ष से उपर की युवति व 21 वर्ष से उपर के युवकों का ही सम्मेलन में परिचय कराया गया।। फूलमाली समाज उत्थान समिति उदयपुर के तत्वावधान में आयोजित युवक-युवति परिचय सम्मेलन में 300 से अधिक युवक-युवतियों ने अपना परिचय दिया। साथ ही अपना हम सफर चुनने में खुलकर अपनी ईच्छा जाहिर की। इस परिचय सम्मेलन की परिचय स्मारिका भी प्रकाशित की गई, जो सभी युवक-युवतियों के साथ आये परिजनों व समाजबंधुओं को वितरण की गई। इस परिचय स्मारिका में युवक-युवतियों का बायोडाटा व अन्य जानकारियां उपलब्ध कराई गई।
इस अवसर पर फूले माली समाज उत्थान समिति के हरलाल चांगवाल,दिनेश माली,रेवाशंकर माली, रमेश चांगवाल,हिम्मत चांगवाल, विजय शंकर गढ़वाल, दीवाकर भभीवाल, नरेन्द्र मोरी, भरत चांगवाल, रमेश चांगवाल, फतेहलाल सहित समाज के हजारों की संख्या में पुरूष व महिलाएं उपस्थित थी।
- बद्रीलाल माली