आदर्श आचार संहिता लगने के बाद भी आवश्यक कार्य नहीं होंते प्रभावित
लक्ष्मणगढ़ (अलवर/ कमलेश जैन) लोकसभा चुनाव 2024 की अधिसूचना जारी होते ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गयी है। इसके तहत देशभर में प्रशासन द्वारा अभियान चलाकर दलों के होर्डिंग, बैनर, पोस्टर उतारे गए हैं। सरकारी योजनाओं के होर्डिंग भी उतार दिए गए हैं। आचार संहिता उल्लंघन की सूचना सीधे चुनाव आयोग को की जा सकती है। आयोग इस पर कार्रवाई करेगा।
जहां एक तरफ आचार संहिता को लेकर लोगों में जानकारी के अभाव में फायदा उठाकर सरकारी अधिकारी कर्मचारी काम करने से इनकार कर देते हैं। लोगों में भी गलत धारणा है कि आचार संहिता सिर्फ राजनीतिक दलों और नेताओं पर लागू होती है।
राजनीतिक दल या नेता ही नहीं अगर आम आदमी भी आचार संहिता का उल्लंघन करता है तो उस पर भी कार्यवाही होती है। इस दौरान सभी सरकारी कामकाज बंद नहीं होते हैं। अगर कोई सरकारी अधिकारी काम को करने से इनकार कर देता है तो नियम कहते हैं जिंदगी से जुड़े जरूरी काम आचार संहिता लागू होने के बाद किसी भी सूरत में बंद नहीं होते हैं।
आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद भी पेंशन बनवाने के लिए सरकारी कार्यालय जा सकते हैं। कोई भी अधिकारी इसके लिए मना नहीं कर सकता है। वहीं, आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र मृत्यु जन्म प्रमाण पत्र बनाने का काम भी इस दौरान जारी रहता है । बिजली-पानी, साफ-सफाई से जुड़े काम सुचारू तौर पर होते रहेंगे। वहीं, इलाज के लिए आर्थिक सहयोग लेने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र रहेंगे। प्रशासन को सड़कों की साफ सफाई सड़कों की मरम्मत का काम जारी रखना होगा। इसके अलावा किसी भी चालू परियोजना पर रोक नहीं लगेगी। आचार संहिता का बहाना बनाकर कोई अधिकारी ये काम नहीं टाल सकता है। अगर मकान के नक्शे के लिए पहले ही आवेदन दे दिया है तो वो पास होगा। इसके लिए नए आवेदन नहीं लिए जाएंगे। अगर किसी तरह की नकल मांगी गई है तो वह भी कार्यालय उपलब्ध कराएगा ।
आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद भी जीवन से जुड़े आवश्यक सरकारी काम बंद नहीं होंते है। आदर्श आचार संहिता में पूरी तरह आम लोग भी सोशल मीडिया पर पोस्ट करते समय सावधानी बरते। आचार संहिता का उल्लंघन नहीं करें।