चुनाव में मतदाताओं के लिए मददगार साबित हो रहे आयोग के मोबाईल एप्प
मतदाता घर बैठे ऑनलाइन उठा सकते हैं आयोग की सुविधाओं का लाभ
भरतपुर, 20 मार्च। जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. अमित यादव ने बताया कि लोकतंत्र के पर्व में मतदाताओं की ज्यादा से ज्यादा भूमिका तय करने के लिए चुनाव आयोग नई तकनीक का सहारा लेकर मतदान बढ़ाने के लिए विभिन्न एप का संचालन कर रहा है। निर्भीक व निष्पक्ष मतदान के लिए चुनाव आयोग मतदाताओं की शिकायतों का तुरंत निराकरण करने से लेकर मतदाताओं को वोट का महत्व बताने तक सभी उपाय करने में जुटा है। इन एप के जरिए मतदाताओं को चुनाव संबंधी जानकारी ऑनलाइन प्राप्त हो सकेगी। ये एप युवा मतदाताओं के लिए कारगार साबित हो रहे हैं।
सी विजिल - एप निर्वाचन अवधि के दौरान आदर्श आचार संहिता का उल्लघंन की रिपोर्ट करने के लिए नागरिकों के लिए एक मोबाइल एप है। अगर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किसी भी प्रकार से हो रहा है, तो नागरिक एप के माध्यम से प्रशासन को सूचना दी जा सकती है। इसमें वीडियो और ऑडियो की सुविधा भी है। इसमें शिकायत के बाद 100 मिनट के अंदर निवारण होगा।
केवाईसी - इस एप का मतलब है नो योर कंडिडेट। इसमें मतदाता अपने उम्मीदवार की सारी जानकारी प्राप्त कर सकता है। उम्मीदवार कितना पढ़ा हुआ है या फिर उसके पास प्रोपर्टी कितनी और उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि की जानकारी हासिल की जा सकती है।
सुविधा कैंडिडेट - जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. यादव ने बताया कि सुविधा एप के माध्यम से प्रशासन से ली जाने वाली चुनाव कार्य संबन्धित अनुमति ऑन लाइन प्राप्त की जा सकती है। पहले उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों को उनकी उम्मीदवारी और अनुमति की स्थिति के बारे में केवल कागज के माध्यम से सूचित किया जाता था। सूचना देने का कोई ऑनलाइन तरीका नहीं था और उम्मीदवार को अपनी अनुमतियों का विवरण प्राप्त करने के लिए कार्यालय का दौरा करना पड़ता था। उन्होंने बताया कि यह एप उम्मीदवारों को उनके नामांकन और चुनाव प्रचार आदि से संबंधित चाही गई अनुमति की स्थिति की जांच करने की सुविधा देता है। उम्मीदवार अब जमा किए गए आवेदनों की लाइव स्थिति प्राप्त कर सकते हैं। उम्मीदवार मोबाइल ऐप का उपयोग करके अपने जमा किए गए आवेदनों की स्थिति की जांच और ट्रैक कर सकते हैं। अनुमति मिलने के पश्चात डाउनलोड भी कर सकते है, जो आवेदन प्रसंस्करण में बहुत सहायक है। एप्लीकेशन ईसीआई की पारदर्शिता पहल को बढ़ावा देता है। उम्मीदवार को वास्तविक समय के आधार पर पता चल जाता है कि उनका आवेदन अस्वीकार कर दिया गया है या स्वीकार कर लिया गया है।
वोटर हैल्प लाइन - जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि इस एप में मतदाता सूची में नाम जोडऩे, नाम, पता संशोधन करने, नाम हटाने, वोटर आईडी को आधार से लिंक करने, मतदाता सूची में नाम खोजने, मतदान केन्द्र विवरण, ऐपिक डाउनलोड करने की सुविधा हैं। इससे व्यक्ति अपनी वोटर आईडी घर बैठे प्राप्त कर सकता है। वोटर आईडी में संशोधन कर सकता है। इसमें दिए गए विकल्प के अनुसार आवेदन करना होगा।
सक्षम - उन्होंने बताया कि यह एप विशेष योग्यजन नागरिकों की सुविधा के लिए है। इसके माध्यम से दिव्यांग पंजीकरण और संशोधन करा सकते हैं। व्हील चेयर के लिए आवेदन मतदाता सूची में नाम खोजने, बूथ की जानकारी कर सकते हैं। इसके साथ ही दिव्यांग को घर बैठे वोट देने की सुविधा मिलेगी।
वोटर टर्नआउट - इस एप के माध्यम से आमजन मतदान दिवस के दिन समय समय पर मतदान प्रतिशत देख सकते हैं तथा यह एप नागरिकों तक अनुमानित मतदान रुझान का प्रसार सुनिश्चित करता है तथा मीडिया हाउसों को मोबाइल ऐप पर अनुमानित मतदान प्रतिशत आसानी से मिल जाता है।