एबीवीपी कार्यकताओं ने विधायक लोढ़ा का पुतला फूंका:एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने की एबीवीपी के खिलाफ नारेबाजी
सिरोही (रमेश सुथार)
जेएनवीयू के रेपकांड मामले में निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा के बयान को लेकर जिले में बड़ा विरोध शुरू हो गया है। एबीवीपी ने मंगलवार को जिला मुख्यालय पर निर्दलीय विधायक की शवयात्रा निकालकर पुतला फूंका। पिछले साढ़े चार वर्ष में यह पहला मौका है जब निर्दलीय विधायक का पुतला फूंका गया हो। करीब एक दशक पहले छात्र नेताओं ने लोढ़ा का पुतला फूंकने की कोशिश की थी। मंगलवार को संख्या में एबीवीपी के नगर मंडल कार्यकर्ता अहिंसा सर्किल पर जमा हुए और पीजी कॉलेज के सामने आकर रुकी जहाँ लोढ़ा का पुतला फूंका गया। एबीवीपी के नगर मंत्री दिलीप माली ने बताया कि विधायक संयम लोढ़ा ने विधानसभा में एबीवीपी के बारे में झूठ बोला है। उन्होंने कहा कि जेएनवीयू गैंगरेप के आरोपियों को डीसीपी अमृता दुहान ने बिना तथ्य एबीवीपी से जोड़ने की कोशिश की है।
पुतला फूंकने के दौरान एनएसयूआई कार्यकर्ता निर्दलीय विधायक के समर्थन में आ गए। एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने जेएनवीयू रेपकांड के आरोपियों को एबीवीपी का बताते हुए नारेबाजी की।
दोनों संगठनों के आमने सामने आने के बाद कॉलेज परिसर के आसपास टकराव की स्थिति बन गई। इसी दौरान मौके पर भारी पुलिस जाब्ता तैनात किया गया और दोनों का टकराव रोक लिया गया। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने बताया कि गैंगरेप की घटना का एबीवीपी सख्त विरोध करते हुए आरोपियों की फांसी की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बदतर हो चुकी है और सरकार की अक्षमताकारण राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं है। कॉलेज के बाहर पुलिस जाब्ते की तैनाती को लेकर उन्होंने कहा कि चुनावी वर्ष में गहलोत सरकार पुलिस और मशीनरी का उपयोग अपनी अक्षमता को छिपाने के लिए कर रहे है। एबीवीपी के पदाधिकारियों ने बताया कि गैंगरेप के आरोपी ना तो संगठन के दायित्वधारी है और ना ही कोई भी आरोपी एबीवीपी का सदस्य है। इस मौके पर विभाग संयोजक जयेश माली, प्रांत कार्यकारिणी सदस्य आशा देवड़ा, संयुक्त सचिव आरती वैष्णव, नगर सहमंत्री जयश्री रावल, नीतेश राजपुरोहित, प्रथम खत्री, एकता, रेखा, करिश्मा, पूजा, मूमल, मानसी, नमिता, कुसुम, ललित माली, कल्पेश दास समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए।