मकराना में संचालित तीनों इंदिरा रसोई पड़ी बंद: पार्षद ने पुन: संचालित कराने को लेकर कलेक्टर को लिखा पत्र
मकराना (नागौर, राजस्थान/ मोहम्मद शहजाद) मकराना नगर परिषद क्षेत्र में राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजना के तहत तीन इंदिरा रसोई खोली गई थी, जो इन दिनों नगर परिषद की उदासीनता केे कारण बंद पड़ी है। राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा है कि राजस्थान का कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे, जिस को लेकर हर शहर व कस्बे में इंदिरा रसोई संचालित की गई है और प्रत्येक व्यक्ति को एक टाइम का खाना 8 रुपए में मिल रहा है। लेकिन मकराना में पिछले कुछ महीनों से नगर परिषद की उदासीनता के कारण तीनों इंदिरा रसोई बंद पड़ी हुई है।
ऐसे में सरकार की महत्वकांक्षी योजना का लाभ यहां की जनता को नहीं मिल पा रहा है। जिसको लेकर नगर परिषद मकराना के वार्ड संख्या 39 के पार्षद मोहम्मद इरशाद गैसावत ने नागौर जिला कलेक्टर को एक पत्र लिखा है और उस के माध्यम सभी बंद पड़ी इंदिरा रसोइयों को पुनः संचालित करवाने की मांग की है। पार्षद ने अवगत कराया कि राज्य सरकार द्वारा संचालित इंदिरा रसोई का लाभ मकराना की जनता को नहीं मिल रहा है। मकराना शहर में गरीब, मजदूर, भिखारी आदि तबके के लोग अधिक मात्रा में निवास करते हैं। जिससे उनको इंदिरा रसोई का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसके अलावा कम खर्चे में अच्छा खाना भी शहर में नहीं मिल रहा है।
पत्र के माध्यम से उन्होंने बंद पड़ी इंदिरा रसोइयों को संचालित कराने की मांग की है साथ ही उन्होंने शहर में एक-दो और इंदिरा रसोई खोलने की मांग की है। हालांकि कुछ दिनों पूर्व बस स्टैंड के पास स्थित एक इंदिरा रसोई को नगर परिषद में घोटालेे की आशंका के चलते बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं, जिसके चलते वह इंदिरा रसोई भी बंद है। जबकि घाटी चौराहे तथा नगर परिषद के पास स्थित रैन बसेरे में भी एक-एक इंदिरा रसोई संचालित हो रखी थी, जो भी बिना किसी कारण के ही बंद पड़ी हुई है। ऐसे में साफ जाहिर होता है कि नगर परिषद द्वारा इंदिरा रसोई संचालित करने में उदासीनता बरती जा रही है। इस संबंध में नगर परिषद के आयुक्त से बात करने को लेकर प्रयास किया गया, लेकिन ना तो वे कार्यालय में मिले और ना ही उन्होंने फोन उठाकर जवाब दिया।