मत्स्य साहित्य महोत्सव की अलवर कलेक्टर डॉ जितेन्द्र कुमार सोनी ने मशाल जलाकर शुरुआत की
रैणी(अलवर)महेश चन्द मीना
अलवर के रैणी उपखण्ड क्षेत्र के माचाड़ी कस्बे मे 18 व 19 मार्च को मत्स्य साहित्य महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है जिसकी शुरुआत अलवर जिला कलेक्टर डाक्टर जितेंद्र कुमार सोनी के द्वारा मशाल जलाकर की गई और इस दौरान देश के विख्यात जाने माने कवि , साहित्यकार भी मौजूद थे तथा स्थानीय सरपंच इन्दू बाला सहित रैणी उपखण्ड अधिकारी अनिल सिंघल व रैणी तहसीलदार सौरव सिंह गुर्जर और रैणी बीडीओ कालूराम मीना अपनी टीम सहित मौजूद रहे।
यह कार्यक्रम वर्तमान मे संचालित सरकारी सीनियर स्कूल माचाड़ी परिसर मे स्थित छतरियो के पास बने कुण्ड मे रखा गया है और कुण्ड को इस तरह से सजाया गया है कि कुण्ड की सजावट को देखकर मोजूद सभी आमजन व बाहर से आये हुए मेहमान भी दातो तले अंगुली दबाते दिखाई दिए और कलेक्टर सोनी के द्वारा भी सजाये गये कुण्ड की सराहना की गई।
इस दौरान अलवर कलेक्टर सोनी ने समय के पाबन्दी का पाठ सभी को पढा दिया क्योकि कलेक्टर अलवर ही इस कार्यक्रम मे शामिल होने वाले पहले मेहमान थे इसलिए कार्यक्रम मे उपस्थित सभी मेहमानो ने व आमजन ने इसके लिए अलवर कलेक्टर की सराहना की और समय की पाबन्दी का मन ही मन सभी ने स्वतः ही पाठ पढ लिया।
इससे पहले भी अलवर कलेक्टर ने नवम्बर 2022 मे इसी विधालय प्रांगण मे राजा हेमु की छतरी और कुण्ड का पुनरुद्धार कराने के लिए आये थे।
इस दौरान कलेक्टर अलवर ने बताया कि मै भी साहित्यकार भी हू इसलिए मै इस कार्यक्रम मे शामिल होकर बहुत खुश हूँ और मै चाहता हूँ कि शहरो की तरह ही ग्रामीण क्षेत्र का भी विकास होता रहे इसलिए मै चाहता हू कि जो कार्यक्रम अलवर शहर मे आयोजित होते रहे है उनमे से कुछ कार्यक्रमो को तहसील स्तर या उपखण्ड स्तर पर कस्बो मे आयोजित कराते रहना चाहिए जिससे गांव के आमजन को भी इन कार्यक्रमो के बारे मे जानकारी मिलती रहे।
इसी दौरान कलेक्टर सोनी ने ग्राम पंचायत डोरोली मुख्यालय पर जाकर जनसुनवाई की तथा डोरोली के बाद पिनान पंचायत मुख्यालय पर भी सभी विभागो के अधिकारियो की मौजूदगी मे जनसुनवाई की।
इस दौरान भी सभी आम जनता से सुनने को ये ही बात मिली कि हमारा अलवर जिला कलेक्टर बहुत भला आदमी है जो आमजन से आमजन की भाषा मे बात कर दुख दर्द को समझता है इसलिए चारो ओर कलेक्टर की प्रशंसा होती हुई दिखाई दी।
अलवर कलेक्टर सोनी को मत्स्य साहित्य महोत्सव कार्यक्रम से इतना ज्यादा लगाव हुआ कि डोरोली और पिनान पंचायत मुख्यालय पर जनसुनवाई के बाद पुन: मत्स्य साहित्य महोत्सव कार्यक्रम मे शामिल हुए और कार्यक्रम की सराहना की