बहन की मौत सहन नहीं कर पाया चचेरा भाई, ज्वलनशील पदार्थ पीकर कूदा चिता में हालत गम्भीर
गुरला,भीलवाडा ( बद्री लाल माली)
गुरला:- भाई बहन का अटूट रिश्ता जन्मोंजनम तक निभाया जाने वाला रिश्ता होता हैं। ऐसे में भाई बहन के इस पवित्र रिश्ते में और ज्यादा प्रगाढ़ता बहन द्वारा बांधे जाने वाले रक्षासूत्र से हो जाती हैं। जिसे भाई हर हाल में बहन की रक्षा की जिम्मेदारी निभाता हैं। मगर ये जीवन में जीते जी तो सम्भव होता हैं पर क्या कोई बहन के मरने के बाद भी अपने भाई बहन के अटूट प्रेम के चलते एक भाई अपना सबकुछ न्यौछावर कर अपनी जिंदगी को दांव पे लगा दे तो इस भाई बहन के पवित्र प्रेम को आप क्या कहेंगे। जी हाँ आज ऐसा ही एक वाकया बागोर थाना क्षेत्र के माणकियास गांव में देखने को मिला हैं । जहां एक बहन की मौत के बाद उसके बड़े पिता का लड़का चचेरा भाई अपनी बहन की मौत का सदमा सहन नहीं कर पाया और ज्वलनशील तेल पीकर खुद उसकी जलती चिता में कूद गया जिससे वह करीब 70 से 80 प्रतिशत तक जल गया जो भीलवाड़ा जिला अस्पताल में उपचाररत होकर अपनी जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा हैं। जहां चिकित्सकों द्वारा उसकी हालत बेहद नाजुक बताई जा रही हैं।
माणकियास गांव के ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव में रहने वाले सुखदेव भील उम्र 21 के बड़े पिता की बेटी चचेरी बहन मीना ने अज्ञात कारणों के चलते आत्महत्या कर ली थी। जिसका आज दोपहर बाद हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार परिजन श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कर रहे थे। इधर अंतिम संस्कार के दौरान परिजनों के साथ ही समाज के व गांव के अन्य लोग भी शामिल थे । इस अंतिम संस्कार के दौरान भाई सुखदेव उठकर आया और जलती चिता के परिक्रमा करने के बाद ज्वलनशील तेल पीकर खुद भी बहन की जलती चिता में कूद गया। ये सबकुछ इतना अचानक घटित हुआ कि मौके पर अफरातफरी मच गई वही धूप के चलते श्मशान में आये दागिये दूर छांव में बैठे थे जो कि घटना को देख मौके की तरफ दौड़े और सुखदेव को बचाने का प्रयास करते हुए उसे बाहर निकालने की कोशिश की मगर हवा के चलते लपटे उठ रही लपटों के कारण लोग ज्यादा पास नहीं जा पाए फिर भी ग्रामीणों ने जैसे तैसे कर सुखदेव को जलती चिता से बाहर निकाला और जिला अस्पताल पहुँचाया। इधर ग्रामीणों का कहना हैं कि भाई ने चिता में कूदने से पहले एक कागज की पर्ची पत्थर के नीचे दबा कर रखी थी। जिसको परिजनों के सामने पढ़ी तो उसमें लिखा कि सभी को राम राम, जो भी मैंने किया हैं, मेरी मर्जी से किया हैं। कोई कुछ भी कहे, वह सच नहीं हैं। मेरा सच मैंरें साथ चला गया। कोई किसी पर दबाव ना डाले, जिसकी वजह से किसी को पछताना पड़े।
हालांकि सूचना के बाद इस मामले को लेकर बागोर थानाधिकारी मय जाप्ता मौके पर पहुँचे और घटना का जायजा लेकर बहन की मौत और भाई का चिता में कूदने को लेकर तफ्तीश कर रहे हैं।