उदयपुर में चक्रवात का असर कल से दिखेगा, प्रशासन अलर्ट
उदयपुर (राजस्थान/मुकेश मेनारिया)
अरब सागर में बने चक्रवात बिपरजॉय के गुजरात के नजदीक आने के साथ ही उदयपुर क्षेत्र में प्रशासन अलर्ट हो गया है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार गुरुवार को चक्रवात के कच्छ वाले क्षेत्र से टकराने के बाद उसका असर उदयपुर-राजसमंद क्षेत्र में दिखने को मिलेगा और यहां तेज हवा के साथ बारिश की संभावना है। ज्यादा असर मारवाड़ क्षेत्र में रहेगा ऐसी संभावना जताई है। दूसरी तरफ जिला प्रशासन चक्रवात को लेकर अलर्ट मोड पर है। सुरक्षा की दृष्टि से झीलों की नगरी उदयपुर के पिछोला झील से लक्जरी नावों को बाहर निकाली गई। चक्रवात से किसी भी प्रकार का जान-माल और अन्य नुकसान नहीं हो इससे बचने के लिए कवायद शुरू कर दी गई है। दूसरी तरफ सिविल डिफेंस की टीमें भी तैयार है।
उदयपुर में मौसम वैज्ञानिक प्रो. एन. एस. राठौड़ बताते है कि 14 जून को गुजरात के समीप विशेष रूप से पश्चिम गुजरात के आसपास जो चक्रवात बना है। चक्रवात गुरुवार शाम तक कच्छ वाले क्षेत्र व पाकिस्तान के सिंधू नदी वाले क्षेत्र से टकराएगा जिससे भारी बारिश होगी। प्रो. राठौड़ बताते है कि इसके बाद मेवाड़ और विशेष रूप से राजस्थान में इसका असर होगा। उदयपुर सहित राजस्थान के अधिकांश भागों में बारिश होगी, मेवाड़ में ज्यादा व्यापक असर नहीं होगा लेकिन पश्चिमी राजस्थान में विशेष रूप से जोधपुर, बाड़मेर, जालौर, सिरोही में भारी बारिश की संभावना है।
इधर, जयपुर मौसम ने जारी बुलेटिन में 16 जून को भारी बारिश की तो 17 जून को उदयपुर में अत्यधिक भारी बारिश की संभावना जताई है। जिला प्रशासन ने आम जन से अपील करते हुए कहा कि गुरुवार दोपहर बाद से हवाएं चलने लगेगी और सभी सावधानी बरते। मौसम विभाग ने मेवाड़ के उदयपुर, राजसमंद जिले के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इसी को लेकर जिला प्रशासन ने सभी को मुस्तेदी के साथ अलर्ट रहने को कहा है। शहर में नगर निगम, यूआईटी, सिविल डिफेंस, जल संसाधन विभाग से लेकर अग्निशमन से जुड़े अधिकारी पूरी तैयारी कर चुके है।