सत्ता में बैठी सरकार को जनसंख्या नियंत्रण के लिए बनाना चाहिए कोई कड़ा क़ानून :- आदर्श समाज समिति
भारत की बढ़ रही जनसंख्या पर अंकुश लगाना बेहद जरूरी,
झुंझुनूं (राजस्थान/ सुमेर सिंह राव) विश्व जनसंख्या दिवस पर देश में तेजी से बढ़ती आबादी को रोकने के लिए आदर्श समाज समिति इंडिया के तत्वाधान में झुंझुनूं अपर जिला कलेक्टर जगदीश प्रसाद गौड़ को प्रधानमंत्री और केंद्रीय कानून मंत्री के नाम ज्ञापन देकर जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करने की मांग उठाई है। ज्ञापन देने वालों में आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष धर्मपाल गांधी, जिला जन जागृति संस्थान के सचिव एडवोकेट पारस सैन, एएसएस इंडिया के महासचिव राजेंद्र कुमार, एडवोकेट पिंकी शर्मा, प्रदीप सैन, एडवोकेट संजीव कुमार सिंघल आदि अन्य लोग शामिल रहे। हमारे देश भारत में जनसँख्या वृद्धि एक सबसे बड़ी समस्या है, इसके नियंत्रण के लिए कोई कड़ा क़ानून नहीं बना है। जो पार्टी चुन कर सत्ता में आती है उसे डर होता है कि जनसँख्या वृद्धि पर कड़ा क़ानून लाने से कोई विशेष वर्ग नाराज ना हो जाये। धार्मिक रूढ़िवादी विचार, अशिक्षा, पुत्र की चाह और ऐसे अन्य कई कारण हैं, जिसकी वजह से जनसँख्या वृद्धि हो रही है।
सबसे मजे की बात यह है कि बड़े-बड़े विद्वान्, बड़े-बड़े मीडिया हाउस, बड़े-बड़े मंत्री इस मुद्दे पर मौन रहते हैं या बहुत कम बोलते हैं। जनसंख्या वृद्धि को लेकर कोई नेता हड़ताल नहीं करता है, क्योंकि उसे पता है अगर वो ऐसा करेगा तो एक बहुत बड़ा वोट बैंक उससे नाराज हो जायेगा। देश की सरकारों और बुद्धिजीवीओं ने शायद ध्यान नहीं दिया कि जनसंख्या वृद्धि हर समस्या का मूल कारण है।जनसंख्या नियंत्रित होने से कई समस्याएं अपने आप ही समाप्त हो जाएंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय कानून मंत्री के नाम ज्ञापन भेजकर आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष धर्मपाल गांधी ने कहा- हमारे देश में तेजी से बढ़ती आबादी सबसे बड़ी समस्या है। बढ़ती आबादी पर्यावरण के लिए भी खतरा है। देश में संसाधन सीमित हैं लेकिन आबादी बेहद तेजी से बढ़ती जा रही है। हर साल बढ़ती बेरोजगारी के आंकड़े दर्शा रहे हैं कि हालात ऐसे ही रहे तो स्थिति कभी भी विस्फोटक हो सकती है। आंकड़ों के मुताबिक भारत में अधिकांश आबादी गरीब सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि रखने वाले लोगों के बीच बढ़ी है। सुविधा विहीन गरीब परिवारों की राह में नागरिक सुविधाओं की गंभीर समस्या है। इस बढ़ती आबादी को पीने का साफ पानी भी नहीं मिल रहा है। शिक्षा और रोजगार की बात करना तो व्यर्थ है। समाज की नई पीढ़ियों को बेहतर जीवन देने, बच्चों को बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, वातावरण सहित अन्य आवश्यक सुविधाएं भविष्य में देने के लिए छोटे परिवार की महती आवश्यकता निरंतर बढ़ती जा रही है। हर दिन हर पल बढ़ रही जनसंख्या के दबाव को हम हर वर्ष महसूस करते हैं। पिछले कुछ वर्षों से हमारे देश में जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है। जनसंख्या के विस्फोट को रोकने के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाना जरूरी हो गया है। विश्व जनसंख्या दिवस पर आदर्श समाज समिति इंडिया द्वारा देश की सबसे बड़ी और सबसे जुड़ी एक ज्वलंत समस्या जनसंख्या विस्फोट पर प्रभावी नियंत्रण और इसके स्थाई व दीर्घकालिक समाधान के लिए भारत सरकार से एक कठोर और प्रभावशाली जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की मांग करते हैं। विकासशील, आत्मनिर्भर और स्वच्छ भारत का निर्माण करने के लिए "जनसंख्या नियंत्रण कानून" बनाकर पूरे देश में तुरंत प्रभाव से लागू किया जाना अति आवश्यक है। संविधान और कानून में सभी का समानता का अधिकार होना चाहिये।
★ हमारे देश में नसबंदी निःशुल्क है,
★ फिर भी ये बड़ी जनसंख्या वाला मुल्क है।