सरकारी तंत्र ने जीवित व्यक्ति को किया मृत घोषित: पीड़ित लगा रहा अधिकारियों के चक्कर
लक्ष्मणगढ़ (अलवर,राजस्थान/ कमलेश जैन) तहसील क्षेत्र निवासी रोणीजा जाट छुट्टन को सरकारी तंत्र ने जीवित व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया। जीवित 67 साल की उम्र का है ।और पिछले सालों से विभाग की तरफ से मिलने वाली बुढ़ापा पेंशन लेने आ रहा था ।लेकिन विभागीय लापरवाही से छुट्टन को मृत घोषित कर उनकी पेंशन बंद कर दी। जब इस बात की जानकारी लेने के लिए विभाग के कार्यालय पर पहुंचा तो विभाग के लोगों ने कहा कि आप को मृत घोषित कर दिया गया है। इसलिए अब आप की पेंशन नहीं मिल पाएगी। अब आपको जिंदा होने का सबूत लेकर आना होगा जिसके बाद बुजुर्ग अपना जिंदा होने का सबूत इकट्ठे करने के लिए अलग-अलग विभागों के चक्कर काट रहा है। और आखिरकार उसने थक हारकर बैठना ही उचित समझा।
हालांकि छुट्टन इस पूरे मामले की शिकायत कार्यालय तहसीलदार उपखंड अधिकारी लक्ष्मणगढ़ एवं जिलाधीश अलवर के यहां इस पूरे मामले की शिकायत समेत तमाम कार्यालय में चक्कर लगा चुका चुका है। वहीं जीवित होने के पश्चात भी मृत घोषित होने के बाद गांव में भी लोगो मे मजाक का पात्र बना हुआ है। पीड़ित छुट्टन ने बताया की ग्रामीण लोग भूत के नाम से पुकारने लग गए हैं।
बता दें की घर की आर्थिक स्थिति भी काफी कमजोर हैं। छुट्टन को सरकार की तरफ से मिलने वाली किसान सम्मान निधि पेंशन आदि सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं के लाभ से वंचित रहना पड़ रहा है। ।बुढ़ापा पेंशन पर ही पूरी तरीके से निर्भर हैं। आखिरकार छुट्टन ने मीडिया का सहारा लिया और अपने जिंदा होने के तमाम दस्तावेज मीडिया के सामने रखें