गुढ़ा बचाओ संघर्ष समिति ने की प्रेस कांफ्रेंस, पुलिस प्रशासन पर लगाए आरोप
गुढ़ागौड़जी (चौथमल शर्मा)
गुढ़ा बचाओ संघर्ष समिति ने गुढ़ागौड़जी के भोड़की रोड़ के पास स्थित होंडा शोरूम में की प्रेस कांफ्रेंस। प्रेस कांफ्रेंस का मुख्य उद्देश्य था की गुढ़ा में एक अप्रेल को महापंचायत को गई थी। गुढ़ा बचाओ संघर्ष समिति के द्वारा बुलाई गई थी महापंचायत। प्रेस कॉन्फ्रेंस में समिति के संयोजक और संसयोजक द्वारा वार्ता की गई। संयोजक कुरड़ाराम जाखड़ ने बताया कि गुढ़ा से होकर गुजरने वाली स्टेट हाईवे 37 को जाम करने के लिए महापंचायत में आए हुए महिला-पुरुषो पर पुलिस प्रशासन द्वारा मुकदमा दर्ज किया गया है। तो कहा की हमने महापंचायत शांतिपूर्ण तरीके से की गई थी। और किसी प्रकार का जाम नही लगाया था।
मीटिंग में जनसंख्या अधिक होने के कारण दोनों तरफ की रोड़ पर लोग इक्कठे हो गए थे। जबकि पुलिस प्रशासन से मीटिंग की परमिशन भी ली गई थी। जिसके बाद ही एक तरफ की रोड़ पर टेंट और दरिया बिछाकर महापंचायत की जा रही थी। अचानक से जनसैलाब उमड़ पड़ा। जिसके लिए माईक से पुलिस प्रशासन से अपील भी की गई थी की व्यवस्था सुचारू रूप से की जाए। पुलिस ने व्यवस्था को देखते हुए चवरा मोड़ पर अपनी बस को रोड़ पर आड़ा लगाकर वाहनों को दूसरे रास्ते से सुचारू किया जा रहा था। सम्पूर्ण महापंचत शांतिपूर्ण तरीके से की गई। इसके बाद राजनीतिक दबाव से पुलिस प्रशासन द्वारा मुकदमा दर्ज किया गया। जिसकी गुढ़ा बचाओ संघर्ष समिति द्वारा घोर निंदा की गई है। संघर्ष समिति द्वारा कहा गया है की पुलिस प्रशासन ने मुकदमा दर्ज किया है और हम पुलिस प्रशासन पर ही मुकदमा दर्ज कराएंगे। जो चवरा मोड़ पर अपनी बस लगाकर आवागम को बाधित किया गया था। जिसकी ड्रोन कैमरा से रिकॉर्डिंग की गई हैं। और हरेक प्रमाण है। जो पुलिस प्रशासन खुद आवागन को बाधित किया है। इसलिए ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों सहित 67 नाम और 5000 अन्य लोगो पर मुकदमा दर्ज किया है। इसका विरोध प्रकट करते हुए संघर्ष समिति पुलिस प्रशासन पर मुकदमा दर्ज करवाया जायेगा। इस प्रेस कांफ्रेंस में कुरड़ाराम जाखड़, मूलचंद खरींटा, नरेंद्र गढ़वाल, जेपी महला, गणेश गुप्ता, सुनील खेदड़, प्रहलाद गिल, महताब खरबास, रोहितास खेदड़ आदि मौजूद रहे।