गुरलाँ का रणजीत सागर तालाब छलका: पर्यटकों का आकर्षण स्थल बना
गुरला (भीलवाड़ा, राजस्थान/ बद्रीलाल माली) राष्ट्रीय राजमार्ग 758 स्थित गुरला का रणजीत सागर तालाब पर्यटन स्थल के रूप में आकर्षित करता है जो भी व्यक्ति उदयपुर भीलवाड़ा हाईवे से निकलता है अपने ओर आकर्षित करता है देखने के साथ ही अपनी सेल्फी लेना नही भुलता है तालाब की 11 फिट भराव क्षमता को पूरी की पुरा भरने के दौरान यह पानी लावडा का बाडा, मोमी, चावडेडी, गाडरमाला, देवली आदि गांवों में सेजा होगा इन गांव में जलस्तर बढेगा
रणजीत सागर तालाब किनारे चार्ट ,पानी पुरी, कचोरी, फल फ्रुट, सिघाडे आदि की स्टाइले दिखाई देती है इस चौपाटी पर नास्ते खाने पिने का आनंद ले सकते हैं गुरला संवाददाता बद्रीलाल माली ने बताया कि जो भी लोग तालाब के पास से आतें जातें हैं वह तालाब को देखने व सेल्फी लेने से नहीं चुकते है
गुरलाँ सहित मजरो में सिंचाई व पीने का पानी का मुख्य स्रोत है रणजीत सागर तालाब के पानी का उपयोग सिंचाई के साथ कैलाशपुरी, लावडो का बाड़ा, कीरो का खेड़ा, गाडरी खेड़ा , कुम्हारीया खेड़ा गांव के पीने के पानी साथ ही सिंचाई के लिए काम आता है सिंघाड़े की खेती के लिए प्रसिद्ध है यह तालाब सिंघाड़े की खेती के लिए प्रसिद्ध है यहां का पानी मीठा है इसलिए सिंघाड़े स्वादिष्ट होते हैं कहार समाज के लोग ही परंपरागत सिंघाड़े की खेती करते हैं
रणजीत सागर तालाब के अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि तालाब की देखरेख, केचमेट के पानी तालाब तक लाने, खेतों में सिचाई की सुव्यवस्थित व्यवस्था टोकन द्वारा की जाती है पेयजल के लिए 2 से 3 फिट पानी तालाब में रिर्जव रखा जाता है इससे गाँव व मजराे में पेयजल उपलब्ध हो जानवरों के लिए ग्रीष्मकालीन पेयजल उपलब्ध हो सकें