अवैध खनन से उजडती पहाडियां:पुलिस का रोकथाम अभियान फुस्स, ग्रामीण चिन्तित
प्रशासन बना मूक-बधिर दिन में बन्द रात्रि को होता खनन
वैर विधान सभा के गांव खालसा , सुहारी मंसापुरा, जसवर, सुआकी, नयागांव भौडागांव, हाथीडी, खातीपुरा, नीमली, लखनपुर आदि स्थान पर अवैध खनन जारी है।
भुसावर (भरतपुर, राजस्थान) उजडती पहाडियां, गायब होती हरियाली एवं पहाड़ खुदाईं को किए जा रहे विस्फोट से ग्रामीण परेशान है, जिनके घरों में दरारे पड गई और आए दिन हादसा हो रहे है। खनिज, वन के द्वारा उक्त बिन्दुओं पर ध्यान नही देना वन सम्पदा एवं मानव जीवन को घातक सावित हो रही है, जिससे खनन माफियों के हौंसले बुलन्द है, जो खुलेआम अरावली पर्वत माला की पाडियां,वन विभाग अधीनस्थ एवं आबादी क्षेत्र निकट खनन कार्य करने में जुटे हुए है। प्रशासन, वन, पुलिस, खनिज विभाग के द्वारा अवैध खनन की रोकथाम को अभियान चलाया था।, अभियान के तहत वैर-भुसावर उपखण्ड में कई स्थान पर अस्थाई नाके भी बनाए, जहां भारी संख्या में आरएसी का जाप्ता एवं समस्त विभाग के आलाधिकारी व कर्मचारी तैनात रहे।जो केवल अभियान की खानापूर्ति करके निकल गए। 10 मई से आज तक मात्र पत्थर से भरे कुछ ट्रेक्टर- ट्राली ही पकड़े, मूक-बधिर बने अभियान में जुटे आलाधिकारी, कर्मचारी एवं अन्य को जयपुर नेशनल हाइवे-21 एवं धौलपुर मेघा हाइवे 45 सहित अन्य सड़क - मार्ग पर पत्थर बंजरी एवं रेता से भरे डम्फर, ट्रक, ट्रेक्टर-ट्राली आदि वाहन दौडते नजर नही आते, जबकि ऐसे दृश्य को देख ग्रामीणों में अनेक प्रकार की चर्चाए व्याप्त है। अभियान की खानापूर्ति खालसा, खोहरा, से खनन माफियों के हौंसले बुलन्द है, जिन्हे मुख से निकली सुविधाएं महाराजपुरा, सामन्तपुरा, मिल रही है, जिसके कारण पथैना, भुसावर, वैर, खनन, वन, पुलिस एवं प्रदूषण आदि विभाग चुप्पी लगाए हुई है।
आए दिन होते हैं हादसे- अवैध पत्थर से भरे ट्रैक्टरों से आए दिन हादसे होते हैं। ट्रैक्टर चालक पुलिस प्रशासन से बिना डरे ही ट्रैक्टरों को थाने के सामने से ले जाते है। ट्रैक्टर चालकों को कोई टैक्स भी नहीं चुकाना पड़ता है।
रेंजर अधिकारी लाखन सिंह का कहना है कि- टीम गठित करके कार्यवाही की जाएगी। पहले भी अवेध खनन की कार्यवाही कर चुके है। अब संयुक्त टीम गठित करके कार्यवाही की जाएगी।