रायसिंहनगर महाविद्यालय में छात्राओं द्वारा डांडिया एवं गरबा नृत्य के माध्यम से की माँ नवदुर्गा की स्तुति
श्रीगंगानगर (राजस्थान/ संजय बिश्नोई) रायसिंहनगर महर्षि दयानन्द स्नातकोत्तर कन्या महाविद्यालय में नवरात्र उत्सव के अन्तर्गत महाविद्यालय में छात्राओं द्वारा डांडिया एवं गरबा नृत्य के माध्यम से माँ नवदुर्गा की स्तुति की गई कार्यक्रम की शुरूआत माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षाविद् डॉ. मंगत बादल एवं श्रीमती किरणबादल ने की तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता राजेन्द्र गोदारा प्रबन्ध समिति अध्यक्ष द्वारा की गई। कार्यक्रम के प्रारम्भ में छात्राओं ने वक्रतुन्ड महाकाय संगीत मय नृत्य से हुआ। जिसमें महाविद्यालय की प्रथम वर्ष की छात्रा सोनाली, भानू, प्रिया, रेखा, प्रियंका ने भाग लिया। मनमोहक प्रस्तुतियां का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. मंगत बादल ने भारतीय संस्कृति का आधार और पूरे बंगाल में नवदुर्गा की स्तुति को नारी शक्ति का प्रतीक बताया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि इन कलाओं के माध्यम से छात्राओं को अपनी प्रतिभा और अभिव्यक्ति दिखाने का अवसर मिलता है। जो बहुत सराहनीय है। कार्यक्रम के अध्यक्ष राजेन्द्र कुमार गोदारा ने अपने प्रेरक भाषण में छात्राओं को माँ दुर्गा उत्सव एवं गणेश उत्सव का ऐतिहासिक महत्व, समाज को संगठित करने का बताया। इस अवसर पर श्रीमती किरण बादल ने भारत की जनसंख्या में 50 प्रतिशत मातृशक्ति के बल को भारत की अविजित धरोहर के रूप में स्पष्ट किया। और मातृशक्ति को आगे बढ़ाने और बढ़ने के लिए दृढ़ संक्लपित का संदेश दिया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अजय वर्मा ने छात्राओं को नवरात्रों की शुभकामनाएं दी। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ.एस.एन.शर्मा ने इस उत्सव को छात्राओं में सांस्कृतिक नवाचार बताते हुए, छात्राओं को आशींवचन दिया। छात्राओं द्वारा रास-रसीला नृत्य शैलपुत्री ग्रुप द्वारा राधा के श्याम ब्रह्मचारिणी ग्रुप द्वारा कान्हा सो जा रहा, कुष्मांडा ग्रुप द्वारा जोगड़ीसारा कात्यानी ग्रुप द्वारा तथा में अंत में महागौरी ग्रुप द्वारा नृत्य प्रस्तुत किया गया। जिसमें डांडिया और गरबा को आधार बनाकर कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम की तैयारी महाविद्यालय व्याख्याता मुक्ता बिश्नोई, शारदा गौसांई, रितू रानी गर्ग, सीमा बांठिया, द्वारा करवायी गयी। कार्यक्रम का संचालन सीमा बांठिया द्वारा किया गया।