युवाओ को स्वरोजगार के लिए उर्वरक विक्रेता प्रशिक्षण का शुभारंभ
रामगढ (अलवर, राजस्थान/ राधेश्याम गेरा) कृषि विज्ञान केंद्र, नौगाँवा में जिले के ग्रामीण युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए 15 दिवसीय खुदरा उर्वरक विक्रय प्राधिकार प्रमाण पत्र प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया। इस 15 दिवसीय प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य है की उर्वरक आदान विक्रेतओं को उर्वरक और खाद से जुड़े सभी वैज्ञानिक और संतुलित उर्वरक प्रयोग के बारे मे सम्पूर्ण जानकारी हो । इस कार्यक्रम के मुख्य मुख्य अथिति डॉ सुमन खण्डेलवाल, अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय, नौगाँवा , डॉ. डी. के. गुप्ता ,क्षेत्रीय निदेशक अनुसन्धान , नौगाँवा रहे। मुख्य अथितियों द्वारा युवाओं को इस प्रशिक्षण उपरांत उर्वरक विक्रेता के रूप मे कार्य करते हुए कृषकों को सही तकनीकी ज्ञान से अवगत कराने और कृषकों को संतुलित उर्वरक और खाद का प्रयोग करने हेतु प्रेरित करने का आहवाहन किया।
केंद्र से डॉ. हँसराम माली (सस्य वैज्ञानिक) ने उद्घाटन कार्यक्रम का संचालन करते हुए 15 दिवसीय कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि, इस 15 दिवसीय प्रशिक्षण मे सभी प्रशिक्षणार्थी उर्वरक एवं खाद के बारे सैद्धांतिक और प्रायोगिक व्याख्यान द्वारा सीखेगे। डॉ. सुभाष चन्द यादव,वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सभी युवाओं को शुभकामनायें प्रेषित की । केंद्र से कार्यक्रम मे डॉ विकास आर्य एवं डॉ पूनम प्रजापति उपस्थित थे ।