चाइल्ड लाइन एवं मानव तस्करी विरोधी यूनिट की संयुक्त कार्यवाही,बाल श्रम करते हुए बालक को कराया मुक्त
भीलवाडा / बृजेश शर्मा
बचपन बचाओ आंदोलन व श्रम एवं रोजगार मंत्रालय भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे बाल श्रम एवं बंधुआ मजदूरी के विरुद्ध अभियान के तहत मानव तस्करी विरोधी यूनिट एवम चाइल्ड लाइन 1098 ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए भीलवाड़ा राजसमंद हाइवे पर स्थित कारोई थाना क्षेत्र जोगनिया रेस्टोरेंट से एक बालक को मुक्त कराया। मानव तस्करी विरोधी यूनिट के सब इंस्पेक्टर विजय सिंह हेड कांस्टेबल पूनम सिंह, वाहन चालक बजरंग बजाड़ कानि. व चाइल्डलाइन सदस्य राजेश कुमार खोईवाल रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल थे। रेस्क्यू के पश्चात चाइल्ड लाइन की काउंसलिंग के दौरान बालक ने बताया कि वह जोगणिया रेस्टोरेंट में ग्राहकों को चिकन मटन आदि परोसने का काम, बर्तनों की सफाई एवं साफ सफाई का काम करता है, एवम इसके बदले उसे महज दो हजार रुपए मासिक पगार मिलती है व 14 घंटे श्रम करना पड़ता है पढ़ाई उसने छोड़ रखी है, बालक को बाल कल्याण समिति के सदस्य फारुख खान पठान के समक्ष प्रस्तुत किया एवं बाल कल्याण समिति ने बयान लिए एवम बालक को देखरेख एवम संरक्षण की आवश्यकता की जरूरत मानते हुए बालक को शेल्टर होम में बजने का आदेश दिया। समिति के आदेशानुसार बालक को एवेरेस्ट शेल्टर होम में रखवाया गया, मानव तस्करी विरोधी इकाई द्वारा कारोई पुलिस थाने में जोगणिया रेस्टोरेंट संचालक के खिलाफ भारतीय दण्ड संहिता 374 एवं किशोर न्याय अधिनियम के तहत 79 मुकदमा दर्ज करवाया गया।