भगवान परशुराम अमृत भारत रथ आमंत्रण यात्रा का मंगलवाड़ टोल पर हुआ भव्य स्वागत
उदयपुर (राजस्थान/मुकेश मेनारिया) अरुणाचल प्रदेश स्थित परशुराम कुंड जो एक अत्यंत प्राचीन, तेजोमय , जागृत तथा रमणीय स्थान है, जिसका उल्लेख श्रीमद्भागवत पुराण सहित अनेक ग्रंथों में मिलता है। यहाँ जगत पालनहार भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम ने इसी स्थान पर नदी में अपना रक्त रंजित परशु परिष्कृत कर प्रायश्चित साधना की थी। भारत सरकार और अरुणाचल प्रदेश सरकार द्वारा वर्तमान में परशुराम कुंड तीर्थ क्षेत्र के कायाकल्प, संरक्षण एवं संवर्धन का अभूतपूर्व कार्य किया जा रहा है। इसी स्थान पर देश की स्वनामधन्य संस्था विप्र फाउंडेशन द्वारा पू. स्वामी चिरंजीवी रामनारायणदासजी महाराज के सानिध्य में
परशुराम कुंड तीर्थोन्नयन में विशेष सहभागिता निभाते हुए सर्वसमाज के सहयोग से 11 करोड़ की लागत से 51 फिट पंचधातु की दिव्य और भव्य परशुराम मूर्ति स्थापित की जा रही है। इस ऐतिहासिक तीर्थ दर्शन व प्रतिष्ठा महोत्सव में देश के सकल ब्राम्हण एवं भगवान परशुराम के भक्तों को आमंत्रण देने अमृत भारत रथ परशुराम कुंड आमंत्रण यात्रा पूरे देश में भ्रमण कर चित्तौड़गढ़ से मंगलवाड़ टोल के यहां से उदयपुर जिले में प्रवेश की। इस दौरान जगह-जगह विभिन्न गांवों से आए हुए प्रबुद्धजनों द्वारा स्वागत किया गया साथ ही विप्र फाउंडेशन के पूर्व जिला उपाध्यक्ष भीमराज मेनारिया, पूर्व जिला सचिव लोकेश मेनारिया, भिंडर तहसील के पूर्व उपाध्यक्ष उदय लाल वल्लभनगर तहसील के पूर्व सचिव गोविंद उदावत, पूर्व सह सचिव कैलाश चंद्र, लक्ष्मीचंद मेनारिया, भगवान लाल शर्मा, तुलसीराम मेनारिया, मुकेश मेनारिया,नंदलाल जोशी सहित कई विप्र जनों ने आमंत्रण यात्रा में शिरकत करते हुए स्वागत सत्कार किया। रथयात्रा टोल प्लाजा के बाद कीर चौकी, वाना होते हुए मेनार पहुंची जहां स्वागत के बाद सभा का आयोजन भी किया गया जिसके बाद भटेवर में भी स्वागत हुआ।