आंदोलन का आगाज: प्रस्तावित नीमकाथाना जिला के विरोध में सिंगनोर में हुई विरोधसभा, दी चेतावनी
गुढ़ागौड़जी (झुंझुनूं, राजस्थान/ सुमेरसिंह राव) प्रस्तावित नीमकाथाना जिला में उदयपुरवाटी व गुढागौड़जी तहसील शामिल के विरुद्ध आंदोलन की शुरुवात सिंगनोर ग्राम पंचायत से शुरु हुई। मरुसेना के प्रदेशाध्यक्ष जयन्त मूंड के नेतृत्व में सिंगनोर के मुख्य चौक पर विरोध सभा हुई जिसमें ग्रामीणों ने एक आवाज में नीमकाथाना जिले के विरोध में आवाज बुलंद की। इस सभा में राज्य सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी हुई। मूंड ने बताया कि नए जिलों का गठन आमजन की सुविधा बढ़ाने के लिए किया जाता है लेकिन हमें तो बहुत बड़ी दुविधा में डाल दिया।ग्राम पंचायत बड़ागांव से लेकर इंद्रपुरा तक के लोगों में इसको लेकर बड़ा जनआक्रोश है। ग्राम मझाऊ, ढाणीमझाऊ, सिंगनोर, धमोरा, धोलाखेड़ा, रघुनाथपुरा आदि गांवों की नजदीकी गुढागौड़जी तहसील के साथ है लेकिन भेदभावपूर्ण तरीके से हमें तहसील उदयपुरवाटी से जोड़ रखा है। नया जिला की दूरी,स्थलाकृति रुप से भिन्नताएं, भाषा, आवागमन, नाते-रिश्तेदारी सब ही अलग है।
अब नए जिले नीमकाथाना के गठन बाद तो हमारे हाल ही खराब हो जाएंगे। हमारी सरकार से मांग है कि आमजनता की रायशुमारी,जनभावना को देखकर वोटिंग के जरिये जिले का गठन होना चाहिए। यदि सरकार व स्थानीय नेता इस मामले को गंभीरता से नही लेंगे तो गांव-ढाणियों में जाकर आमजनता के साथ बड़ा जनआंदोलन करेंगे। पूरे इलाके के गांव-गांव इसके विरोध में जाम कर देंगे। ऐसा आंदोलन करेंगे कि इतिहास रच जाएगा।
इस विरोध सभा में राजस्थान शिक्षक संघ सियाराम के तहसील अध्यक्ष गोरुराम कुल्हरी, निजी शिक्षण संस्थान के कोषाध्यक्ष जयसिंह कुमावत, युवानेता सुनील धींवा, सौरभ शर्मा, संदीप गिल, लीलाधर सैन, राहुल मूंड, राकेश कुमावत, अक्षय कुमावत, रोहिताश योगी, मूलचंद, नरेश, संतोष मूंड, राकेश योगी, विजय कुमावत, दीपक कुमावत, गिरधारी सैन, सवाई डूडी, रामचंद्र हलवाई, अनिल लामा, आनंद सहित अनेकों ग्रामवासी मौजूद थे।