राजस्थान के पूर्वी द्वार लोहागढ़ में नर्सेज ने सरकार को ललकार: 11 सूत्रीय मांगों को लेकर 22 वे दिन लोहागढ़ भरतपुर में सड़कों पर नर्सेज का अपार जन समूह उमडा
वैर (भरतपुर, राजस्थान / कौशलेंद्र दत्तात्रेय ) राजस्थान नर्सेज संघर्ष समिति के प्रांतीय आवाहन पर संपूर्ण राजस्थान के समस्त नर्सेज का 22 वें दिन भरतपुर में प्रदर्शन राजबहादुर मेमोरियल चिकित्सालय में एकत्रित होकर संभागीय आयुक्त को अपनी मांगों के समर्थन में जोरदार नारे बाज़ी करते हुए रैली के रूप में पहुचकर संभागीय आयुक्त को अपनी 11 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा। संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक चंद्रकांत शर्मा ,खुशी राम मीणा ने रैली को संबोधित करते हुए सयुक्त रूप से बताया कि 17 जुलाई 2023 से संपूर्ण राजस्थान की आम नर्सेज की सहमति से संघर्ष समिति ने गांधीवादी आंदोलन का आगाज किया गया। उन्होंने बताया की विगत कई वर्षों से नर्सेज की न्याय संगत लंबित मांगों पर सरकार द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है जिससे नर्सेज में दिनों दिन आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। नर्सेज हमेशा राज्य सरकार की महत्वपूर्ण कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वित में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रही है तथा निभाती रहेंगी।
उत्तरप्रदेश, बिहार,हरियाणा जैसे पड़ोसी राज्यो से वेतन एवम भत्तों में अत्यधिक असमानता है।प्रदेश प्रवक्ता हरि सिंह भाटी व जिला संयोजक अजय सिंह बघेल ने बताया कि राज्य में संविदा/निविदा / यूटीबी/ ईएमटी / एनएचएम नर्सेज की स्थिति विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से भी बदतर है।इस सभी का वेतन 7900 से बढ़ाकर 37800 तुंरत एक मुश्त आदेश जारी करवाये जावे। साथ ही पर्याप्त संख्या में नवीन पद सृजित कर नियमित भर्ती में प्राथमिकता दी जावे। संभाग संयोजक मुरारी लाल मीणा,विक्रम मीणा,महेश मीणा, राजकुमार बेनीवाल,नीरज शर्मा,प्रशांत शुक्ला, हेमराज डिकोलिया,रामेश्वर दयाल पाठक, सूर्यप्रकाश शर्मा,सुरेंद्र गुर्जर ने बताया कि ए एन एम, एल एच वी,नर्सिंग ट्यूटर के पदनाम परिवर्तन, सेवारत नर्सेज के संविदाकाल के नोशनल लाभ,केंद्र समान वेतन-भत्ते, सी एच ए की सेवा बहाली, दवा लिखने के राज्यादेश,समयबद्ध पदोन्नति, नर्सेज का प्रथक निदेशालय,नर्सेज का कैडर पुनर्गठन,नवीन भर्तियों में ए एन एम के 2200 पद,नर्सिंग ऑफिसर के 3800 पद जुड़वाना, एएनएम, एलएचवी संघ से राज्य सरकार की वार्ता की धरातल पर क्रियान्वित करवाना , स्पष्ट जॉब कार्ड जारी करवाना है इत्यादि सम्मिलित हैं। नर्सेज ने राज्य सरकार के संवेदनशील मुख्यमंत्री को चेतावनी दी है कि नर्सेज की मांगों को गंभीरता से लेते हुए मांगो को पूरा करावे अन्यथा नर्सेज को मजबूरन कार्य बहिष्कार तथा बड़ा आंदोलन करना पड़ेगा जिससे रोगियों को होने वाली परेशानी की सम्पूर्ण जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। इस दौरान सैकड़ो नर्सेज मौजूद रहे।