मोक्ष मार्ग पर चलोगे तब ही दूसरों को मोक्ष मार्ग पर चलने का रास्ता बता सकते हो: माताजी
मकराना (नागौर, राजस्थान/ मोहम्मद शहजाद) शहर के वसुंधरा नगर चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर में गणिनी गुरु मां यशस्विनी माताजी ने प्रवचन के माध्यम से बताया की दूसरों के हित से पहले स्वयं का हित जरूरी है। पहले अपनी आत्मा का हित करो तभी दूसरों की आत्मा का हित होगा। यानी स्वयं मोक्ष मार्ग पर चलोगे तब ही दूसरों को मोक्ष मार्ग पर चलने का रास्ता बता सकते हैं। वसुंधरा नगर विकास समिति के अध्यक्ष सुनील कुमार पहाड़िया ने बताया की माताजी का प्रवचन प्रातः साढ़े आठ बजे से साढ़े नो बजे तक प्रतिदिन चंद्र दिगंबर जिनालय में प्रतिदिन हो रहा है। माता जी का दोपहर को 3 बजे से 4 बजे तक पाठशाला एवं साय 7 बजे से संगीत में आरती की जाती है। सवेरे प्रतिदिन अभिषेक, शांति धारा, प्रवचन से पहले दीप प्रज्वलन आदि कार्यक्रम हो रहे है। शुक्रवार को दिप प्रज्वलन संदीप गोधा, सतीश जायसवाल, कमल किशोर पहाड़िया व प्रकाश डोसी ने किया। मंगलाचरण ज्ञानचंद लुहाड़िया व मंच संचालन नितेश पहाड़िया के द्वारा किया गया। वहीं आगामी 10 मार्च से 18 मार्च तक सकल दिगंबर जैन समाज के तत्वाधान से गणिनी गुरु मां यशस्वनि माताजी के ससंध के सानिध्य में आठ दिवसीय अष्ठानिका महापर्व पर सिद्ध चक्र महामंडल विधान का आयोजन होगा। इस मौके पर तिलका देवी, मीना देवी, प्रभा लता, सोहनी देवी, लक्ष्मी देवी, मनु जायसवाल, सुनीता, मनीषा डोसी, ममता बाकलीवाल, अंजू पाहाडिया, रेनू जैस्वाल, आरती जैन, आशा जैस्वाल, सुरभि पहाड़िया, नीरू जैस्वाल, उषा पहाड़िया, निधि पहड़िया, खुशी, ईशा, मनीष, पंकज, डिंपल जैन, गिरीश जैस्वाल, योगेश पहाड़िया, विजय कुमार पहाड़िया, रिखब भंडारी, अंशुल पहाड़िया सहित अन्य श्रावक मौजूद थे।