दीपावली त्योहार की तैयारी : आसींद बदनोर में घरो को रोशन करने के लिए कुम्हारो की चाक की रफ्तार हुई तेज
आसींद --रूप लाल प्रजापति
दीपावली पर धन लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए आसींद,बदनोर, खातोला, मै मिट्टी के दीपक बनाने वाले कुम्हारों के चाक ने गति पकड़ ली है। सुरेश प्रजापत बड़ा आसन ने बताया कि देश में कोई भी त्यौहार बिना चाक पर तैयार किए गए बर्तन के नहीं मनाया जाता है कुम्हारों के हाथ जब चाक पर थिरकने लगते हैं तो मिट्टी कई आकर्षक आकारों में दीपक, गणेश प्रतिमा, लक्ष्मी प्रतिमा से लेकर करवे और कई बेहतरीन सामान स्वरूप में आ जाती है। श्री श्रीयादे मां अध्यक्ष लादू लाल प्रजापत ने जानकारी देते हुए बदनोर की मिट्टी के बर्तन राजस्थान में सुप्रसिद्ध माने जाते हैं कुम्हारों के पसीने से आकार ले रहे दीपक दीपावली पर कई घरों को रोशन करने के लिए अभी से ही गावों के हर कोने में बिकने शुरू हो चुके हैं।
इन दिनों विभिन्न साइज के दीपक गढ़ने में कुम्हार जुटे हुए है। कुम्हारों का कहना है कि बदलते परिवेश में मिट्टी के दीपों का स्थान इलेक्ट्रिक झालरों ने भले ही ले लिया हो, लेकिन इसके बावजूद मिट्टी के दीपक का अपना अलग ही महत्व है। मिट्टी के बर्तन बनाने में लादूलाल,रामचंद्र,लेहरु,मोहनलाल जगदीश,पूरणमल,गणपत,प्रजापत प्रकाश,हीरालाल,धर्मेंदर,प्यारचंद,कल्याणमल,राधेश्याम,पन्नालाल जगदीश लाल,नारायण लाल, चेतन,धर्मी चंद,और जितेंद्र सभी बर्तन बनाने के काम में लगे हुए हैं महिला शक्ति मंजू देवी रेखा देवी,पारसी देवी, नौसर देवी,गीता देवी, इंदिरा देवी,प्रियंका देवी,सभी प्रजापति समाज दीपावली पर धन लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए मिट्टी के बर्तन बनाने में लगे हुए हैं