भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्यवाही: नवनिर्वाचित सरपंच को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते लोकायुक्त ने दबोचा
भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत की गई कार्रवाई ,कृषि भूमि होने के बाद भी शासकीय योजनाओं का एक लाभ दिलाने के नाम पर मांगी थी 4 लाख रुपये की रिश्वत
शपथ लेने के तीन दिन बाद ही दबोचा गया सरपंच
मध्यप्रदेश के जिला कटनी ढीमरखेड़ा के खाम्हा सरपंच को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए शुक्रवार को लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया है। लोकायुक्त की इस कार्रवाई के बाद ढीमरखेड़ा क्षेत्र में हड़कंप मच गया। आरोप है कि सरपंच ने यह रिश्वत कृषि भूमि होने के बावजूद शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाने के एवज में पीड़ित से 50 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से मांगी थी।लोकायुक्त ने सरपंच के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
उप पुलिस अधीक्षक दिलीप झरवड़े ने बताया कि ढीमरखेड़ा के खाम्हा निवासी आलोक पिता श्रवण कुमार (40) जो हाल में उत्तरप्रदेश के इलाहाबाद में रहता है। जिसकी 8 एकड़ भूमि खाम्हा गांव में है।गांव में कृषि भूमि होने के बावजूद शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाने के एवज में खाम्हा ग्राम पंचायत के नवनिर्वाचित सरपंच सुशील पाल के द्वारा 50 हजार रुपये प्रति एकड़ यानि कि 8 एकड़ में 4 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की जाती रही। पीड़ित ने इसकी शिकायत गत दिवस जबलपुर लोकायुक्त पुलिस में किया।
लोकायुक्त एसपी संजय साहू के निर्देशन में लोकायुक्त की एक टीम शुक्रवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे खाम्हा गांव पहुँची। जैसे ही पीड़ित आलोक ने सरपंच सुशील पाल को पहली किस्त के रूप में एक लाख रुपये की रिश्वत दी वैसे ही लोकायुक्त की टीम ने रिश्वत लेते हुए सरपंच को रंगे हाथों दबोच लिया। इसके बाद लोकायुक्त की टीम सरपंच को गिरफ्तार कर उमरियापान के समीप मंगेली गांव ले आई।जहा कई घंटों तक कार्रवाई चलती रही। आवश्यक कार्रवाई के बाद लोकायुक्त ने सरपंच को मुहचकला जमानत पर रिहा कर दिया है।उप पुलिस अधीक्षक दिलीप झरवड़े के नेतृत्व में कई गई कार्रवाई के दौरान टीम में निरीक्षक मंजू किरण तिर्की, निरीक्षक कमल सिंह उइके, निरीक्षक नरेश बेहरा व अन्य सदस्य शामिल रहे।
दिग्गजों को हराकर बने सरपंच:- हाल में ही हुए पंचायत चुनाव में खाम्हा ग्राम पंचायत के नवनिर्वाचित सरपंच सुशील पाल ढीमरखेड़ा जनपद के निवर्तमान जनपद उपाध्यक्ष जितेंद्र सिंह ठाकुर और निर्वतमान सरपंच नत्थू पटेल को हराकर चुनाव जीता था। सरपंच का प्रमाण पत्र लेने के बाद 2 अगस्त को नवनिर्वाचित सरपंच सुशील पाल ने पद और गोपनीयता की शपथ लिया और शुक्रवार को जमीन संबंधी एक मामले में लोकायुक्त ने रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया।
- रिपोर्टर सत्येंद्र बर्मन