कामां -पहाडी पंचायत समिति क्षेत्र में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना में घोटाला: दर्जनो दोषी अधिकारी एंव कर्मीयो के खिलाफ मामला दर्ज
पहाड़ी (भरतपुर, राजस्थान) कामा-पहाड़ी पंचायत समिति में प्रधानमंत्री आवास घोटाला के अन्तर्गत जॉच मेें अपात्र लाभार्थीयो को करोडा का फर्जी भुगतान करने के दोषी दर्जनो अधिकारियों, कार्मिकों के खिलाफ पहाडी व कामा थाने मे अलग-अलग कर्मीयो के खिलाफ 9 सितम्बर को विकास अधिकारीयो ने नामजद मामले दर्ज कराऐ है।
पंचायत समिति पहाड़ी के कार्यवाहक विकास अधिकारी देशवीर सिह ने दोषी तत्कालीन कार्यरत कर्मीयो में हरीशंकर सहायक लेखाधिकारी, राजेन्द्र तंवर कनिष्ठ लेखाकार, जितेन्द्र शर्मा सहायक लेखाधिकारी, रमेश चन्द, जितेन्द्र शर्मा ग्राम विकास अधिकारी, राजेश कुमार ग्राम विकास अधिकारी को नामजद करते हुए रिर्पोट मे बताया है।
इन्होने पहाडी़ ग्राम पंचायतो में 594 अपात्र लाभार्थीयो को स्वीकृती जारी कर 60-75 लाख की राशि हस्तान्तरण कर दी थी जिसमे जॉच के दौरान दोषी पाऐ गए थे। इसी तरह से कामां पचायत समिति के विकास अधिकारी वीरेन्द्र सिह बुन्देल ने विकास अधिकारी कौशल कुमार जैमन, सहायक विकास अधिकारी रामहंस गूर्जर, प्रथम सहायक लेखाधिकारी श्यामलाल सैनी व यशपालसिह, कनिष्ठ सहायक पंचायत मुबारिक हुसैन को नामजद किया गया हेै। इन सभी ने मिलकर अनुचित लाभ के लिए धोखाधडी का कृत्य किया है जिनसे से रकम की कीसूली होना है।
यह है मामला- रसूखदारो के भरोसे इन सभी कर्मीयो ने मिलकर 1 करोड 28 लाख रूपये का घोटाला किया था। ये सभी कर्मी एक नेता के दम पर तैैनात किये जाते थे। जिसकी शिकायत कामां के समाज सेवी विजय मिश्रा ने 2020 मे प्रधानमंत्री व ग्रामीण विकास पंचायत राज के साथ भ्रष्टाचार ब्यूरो से की थी। जिसकी जॉच होने पर सभी कर्मी दोषी पाऐ गए। जॉच मे मात्र 1292 आवासो कासत्यापन कराया गया था।
यदि सभी ग्राम पंचायतो की जॉच निष्पक्षता से की जावे तो अन्य मामले उजागर होते। इस मामले को भरतपुर सांसद रजींता कोली ने विजय मिश्रा की शिकायत पर संसद में उठाया था। उसके बाद भी मामले का दबाने के लिए इसमे लिप्त नेता व अधिकारी प्रयास करने मे जुटे हुए है। अब क्षेत्र की नजर पुलिस की कार्रवाही पर टिकी हुई है। देखना होगा पुलिस प्रशासन इस मामले कितने समय मे कार्रवाही कर न्याय दिलाने का काम करेगी।