नुक्कड़ नाटक के माध्यम से सीवरेज की दी जानकारी
मकराना,नागौर (मोहम्मद शहजाद)
राजस्थान नगरीय आधारभूत विकास परियोजना की सीवरेज परियोजना के प्रति शहरवासियों को नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जागरूकता का सन्देश दिया गया। नुक्कड़ नाटकों का आयोजन आरयूआईडीपी के सामुदायिक जागरूकता एवं जन सहभागिता कार्यक्रम (कैप) के द्वारा स्पेशल अवेयरनेस कैंपेन फॉर सीवर कनेक्शन के तहत किया जा रहा है। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से शहरवासियों को सीवेरज प्रणाली के उपयोग, रख-रखाव, सीवर कनेक्शन के लाभ, स्वच्छता, ठोस कचरा निस्तारण और परियोजना विषयों के बारे में जानकारी दी गयी और परियोजना के अंतर्गत सीवर कनेक्शन लेने के फायदे बताये गए। आरयूआईडीपी द्वारा शहर में सीवरेज परियोजना का कार्य किया जा रहा है और घरों को सीवर कनेक्शन द्वारा जोड़ा जा रहा है। सीवर परियोजना के क्रियान्वयन के बाद शहर की आबादी सीवर नेटवर्क से जुड़ जायेगी और गंदे पानी की निकासी सीवर सिस्टम से की जाएगी। घरेलू सीवर कनेक्शन का कार्य पूर्णतया निशुल्क है, जिसके लिए उपभोक्ता को आवेदन राशि के अलावा कोई चार्ज नहीं देना होगा।
इससे रोड कटिंग चार्ज, पाइप का मूल्य, पाइप फिटिंग चार्ज, कारीगर की मजदूरी इत्यादि की बचत होगी। सीवर कनेक्शन के माध्यम से जहाँ एक ओर स्वच्छ वातावरण का निर्माण होगा वहीं दूसरी ओर जीवन स्तर में भी सुधार होगा। जल जनित बीमारियों और उन पर होने वाले खर्च में कमी आयेगी। ये नुक्कड़ नाटक शहर की इंदिरा कॉलोनी, ईमाम चौक गौड़ा बास, बस स्टेशन के पास, भाटीपुरा क्षेत्र में हास्य प्रधान नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। जिसमें नागरिकों को गीत- गाने, हास्य डायलॉग व नृत्य कर नागरिकों को सीवरेज कनेक्शन के फायदे बताएं साथ ही लोगों को गीतों के माध्यम से जागरुक कर बताया कि सीवर लाइन में रसोई व बाथरूम का कचरा (सब्जी, झूठन, चायपत्ती, अदरक के टुकड़े, गर्भनिरोधक, सेनेटरी नैपकीन, पॉलीथिन, राख, मिट्टी, बालों के गुच्छे, साबुन व कागज आदि) नहीं जाने चाहिये, इससे सीवर लाईन चोक होगी एवं आपके घर के आस-पास बदबू व गंदगी फैलेगी।
कार्यक्रम में आरयूआईडीपी के अधिशासी अभियंता दीपक मांडल ने सीवर कनेक्शन लेकर शहर को स्वच्छ बनाने की अपील की जिससे शहर स्वच्छ व सुंदर बने। कार्यक्रम में कनिष्ठ अभियंता श्रीकान्त यादव, सहायक निर्माण अभियंता सूरजपाल सिंह, बीएल गोठवाल, ओम प्रकाश, सीआर, रोहिणी, राधा व पायल ने सिवरेज की अन्य जानकारी दी।