स्ट्रीट चिल्ड्रन श्रेणी के बच्चों के शिक्षा पुनर्वास का मामला, सर्वे रिपोर्ट के आधार पर स्कूलो से जुड़ेंगे बच्चे
बाल कल्याण समिति अध्यक्ष मनोज सोनी ने मेड़ता उपखंड कार्यालय में ली बैठक,
मेड़ता सिटी क्षेत्र के स्ट्रीट चिल्ड्रन श्रेणी के सर्वे पर हुई समीक्षा, आगामी बीस मई तक समिति में पेश होगी सर्वे रिर्पोट
मेड़तासिटी (नागौर, राजस्थान/ तेजाराम लाडणवा) मेड़ता क्षेत्र के स्ट्रीट चिल्ड्रन श्रेणी बच्चों के पुनर्वास को लेकर गुरुवार को मेड़ता उपखंड कार्यालय में स्ट्रीट चिल्ड्रन सर्वे समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।बाल कल्याण समिति न्यायपीठ नागौर अध्यक्ष मनोज सोनी एवं उपखंड अधिकारी शैतान सिंह राजपुरोहित की उपस्थिति में आयोजित बैठक में मेड़ता सिटी नवल सागर एव अंय क्षेत्र के स्ट्रीट चिल्ड्रन श्रेणी के बच्चों के शिक्षा पुनर्वास को लेकर निर्देशित सर्वे को लेकर सर्वे रिर्पोट समीक्षा की गई। बाल कल्याण समिति अध्यक्ष मनोज सोनी ने समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि बाल कल्याण समिति के निर्देश पर उपखंड अधिकारी ने तीन सदस्य टीम का गठन किया था। ओर टीम में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी,सामाजिक सुरक्षा अधिकारी,एवं महिला एवं बाल विकास अधिकारी को शामिल कर मेड़ता सिटी के नवल सागर एवं आस पास के एसे बच्चों के सर्वे को लेकर निर्देशित किया गया था। जो स्कूल से दूर चले गए हो, या जिनका कभी स्कूल में प्रवेश हुआ नही हो, या परिवार का दस्तावेज के अभाव में वह बच्चे शिक्षा से स्कूल से जुड़ नही पाए हो। इसको लेकर समिति अध्यक्ष मनोज सोनी ने तीन सदस्यों की टीम से सर्वे को लेकर सर्वे रिपोर्ट जानी। बैठक में उपखंड अधिकारी शैतान सिंह राजपुरोहित ने भी स्ट्रीट चिल्ड्रन श्रेणी के बच्चों का जल्द सर्वे कराकर सर्वे रिपोर्ट बाल कल्याण समिति में प्रेषित करने के निर्देश दिए।
बीस मई तक देनी होगी बच्चों की सर्वे रिपोर्ट - मनोज सोनी
इसको लेकर बैठक को संबोधित करते हुए बाल कल्याण समिति अध्यक्ष मनोज सोनी ने कहा की नए शिक्षा सत्र से स्ट्रीट चिल्ड्रन श्रेणी के बच्चे शिक्षा से जुड़ जाए।उनका शिक्षा पुनर्वास हो,इसके लिए सर्वे रिपोर्ट बीस मई तक बाल कल्याण समिति में प्रस्तुत की जाए। सोनी ने ब्लॉक शिक्षा अधिकारी गोविंद राम बेड़ा,सामाजिक सुरक्षा अधिकारी रामवतार जाट,महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी डीसी कुमावत के साथ नवल सागर क्षेत्र के अतिरिक्त अंय क्षेत्रों की बालकों को लेकर भी चर्चा की।ओर कहा की अगर अपने आस पास स्ट्रीट चिल्ड्रन श्रेणी के बच्चे जिसमें करतब दिखाते बच्चे,भिक्षा व्रती में लिप्त बच्चे,स्कूल से दूर हुए बच्चे,पीड़ित बच्चे या एसे बच्चे जिनके परिवार की आर्थिक स्तिथि ठीक नही है। उन पर भी ध्यान आकर्षित कर उन बच्चों की भी सर्वे रिपोर्ट बाल कल्याण समिति में भिजवा ताकी नियम अनुसार उन बच्चों के देखरेख एवं संरक्षण की कार्रवाही समिति द्वारा की जा सके।