प्रभु का नाम ही सबसे बड़ा सहारा है-गोविन्द गीरी महाराज
विधायक दीपचन्द खैरिया सहित गणमान्य लोगों ने मंदिर में प्रतिमा के दर्शन कर प्रसाद ग्रहण किया
स्वामी गोपाल गिरि महाराज का 18 वां बरसी उत्सव हर्षोल्लास से मनाया
खैरथल (अलवर, राजस्थान/ हीरालाल भूरानी) कस्बे के आनन्द नगर कालोनी में स्थित स्वामी ध्यानगिरि आश्रम (शिवालय) में शुक्रवार को आश्रम के संत स्वामी गोविन्दगीरी महाराज के सानिध्य में स्वामी गोपालगिरि महाराज का 18 वां बरसी उत्सव बडे हर्षोउल्लास से मनाया गया। बरसी उत्सव के दौरान प्रातः 8 बजे आयोजित सतसंग-प्रवचन कार्यक्रम में स्वामी ध्यानगिरि आश्रम के संत स्वामी गोविन्दगिरि महाराज ने कहा कि जीवन रूपी संसार सागर में प्रभु का नाम ही सबसे बड़ा सहारा है। इसलिए प्रभु का स्मरण हर एक व्यक्ति को हर समय करते रहना चाहिए।बरसी महोत्सव के दौरान सत्संग प्रवचन में राजकोट से बसुमल कुंदनानी, गोधुमल बच्चानी, गौरव चंदानी, दीपू चंदानी, विक्रम सोनी,रवि सोनी,ने भजनों की प्रस्तुति दी। प्रातः 10:15 बजे भोग प्रसादी वितरित की गई। इस दौरान सैकड़ो महिला- पुरूषों ने भगवान दत्तात्रेय, स्वामी मंगलगिरी महाराज, स्वामी ध्यानगिरी महाराज, स्वामी सहजगिरी महाराज, स्वामी गोपालगिरी महाराज की प्रतिमा के दर्शन कर प्रातः 12:15 बजे आयोजित भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। इस दौरान कार्यक्रम में किशनगढ़बास विधायक दीपचन्द खैरिया,पूज्य सिंधी पंचायत अलवर जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश रोघा, शंकर भगतजी,समाजसेवी लालचंद रोघा,गोपालदास पेशवानी, गोसेवक जे.बी.मंघाराम, घनश्याम भारती, सेवक लालवानी,मुखी वासदेव दासवानी,मुखी टीकमदास मुरजानी,मुखी दिनेश रामानी,मुखी अशोक महलवानी, पार्षद जाजन मुलानी,नामदेव रामानी ने भी सभी संत महात्माओं की प्रतिमाओं के दर्शन कर प्रसाद ग्रहण किया।शाम 7 बजे आरती के बाद साय 7:15 बजे महाशिवरात्रि को आयोजित ओम नमः शिवाय प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। रात्रि 8:30 बजे बहराणा साहिब एवं आरती के बाद पल्लव पाकर बरसी महोत्सव का समापन किया गया। कार्यक्रम में कस्बे सहित जोधपुर, बीकानेर, राजकोट, बाड़मेर, कच्छ, भुज,जयपुर के सैकड़ों श्रद्धालुओ ने उत्सव में भाग लिया। स्वामी गोपालगीरी महाराज की बरसी उत्सव के तहत शहीद हेमू कालाणी चौक पर व्यापारियों की ओर से एवं चूड़ी मार्केट के सामने स्वामी ध्यानगिरी सेवा समिति के सदस्यों ने गोविंद रोघा के नेतृत्व में प्रसादी एवं शीतल पेयजल वितरित किया गया। आश्रम में सेवा के दौरान जेठानन्द लखानी,नत्थूमल रामनानी,महेश आडतानी, धर्मदास गनवानी,पंकज रोघा प्रेम प्रदनानी, मुरलीधर मानवानी,सत्या मंघवानी,राजू गनवानी,बबन गुरनानी,राजा कटारिया, लक्ष्मण कटारिया, राजकुमार आसीजा,घनश्याम बच्चानी, ईश्वर माखीजा,आकाश चेतवानी,बाबूलाल गोरवानी, खूबचंद सोनी,वासदेव सिरवानी, चिम्मनलाल रामनानी, हितेश कोहिस्तानी, डॉ सिद्धु कोहिस्तानी, नारू रोघा, आसीराम कोहिस्तानी,परमानंद, नारी नरवानी, देवानंद रेलवानी, विक्की कटारिया,बाबू लालवानी, सतीश गुप्ता ने व्यवस्थाओं को बनाये रखा।