सेन परिवार में सात फेरों एवं विधि विधान सहित परम्परागत तरीके से सम्पन्न हुआ तुलसी विवाह: लक्ष्मीनाथ मन्दिर से आई बारात
गुरला ( भीलवाड़ा, राजस्थान/ बद्रीलाल माली) गुरला नेशनल हाईवे 758 स्थित गुरला में गाजेबाजे के साथ सात फेरों के बाद ठाकुरजी ने माता तुलसी संग रचाया विवाह गुरला के सत्यनारायण रामस्वरूप सेन ने शुक्रवार को तुलसी विवाह का आयोजन करवाया। प्रकृति व धर्म से जुड़े इस विवाह समारोह के दौरान आस्था का प्रतीक तुलसी विवाह में महिलाओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया गुरला निवासी सत्यनारायण सेन रामस्वरूप सेन ने तुलसी विवाह की तैयारी चार पांच दिन पहले से ही शुरू कर दी थी। साथ ही भगवान का सुंदर श्रृंगार कर उन्हें आकर्षक परिधान पहनाए गए।
तुलसी विवाह का आयोजन आम विवाह की सत्यनारायण सेन रामस्वरूप सेन के घर पर ही किया गया। मोहल्ले की महिलाएं बैंड बाजे के साथ भगवान सालिगराम जी व ठाकुरजी के साथ नाचते-गाते घर पर पहुंची। वहीं वधू पक्ष की महिलाओं ने भजन व गीत गाकर ठाकुर जी का स्वागत किया और विधि-विधान के साथ माता तुलसी और सालिगराम जी का विवाह संपन्न करवाया। वरमाला की रस्म के बाद हवन वेदी के चारों ओर तुलसी के पवित्र पौधे व सालिगराम जी को गोद में लेकर सात फेरे कराए गए। इस दौरान हवन पूजन का भी आयोजन किया गया। महिलाओं ने तुलसी माता को उपहारों के साथ विदाई दी। भक्तों में प्रसाद का वितरण किया गया। परंपरागत विवाह के लिए तुलसी के पौधे को साड़ी व आभूषण पहना आकर्षक ढंग से सजाया गया। वहीं ठाकुर जी के साज-सज्जा में भी किसी प्रकार की कोई कमी नहीं देखी गई। बदलते दौर के साथ रीति रिवाजों में भी भव्यता की झलक साफ देखने को मिली। भगवान के पुजारी आदित्य दाधीच, बासुदेव, प्रकाश दाधीच, ललित दाधीच, कुलदीप दाधीच, आदि थे भगवान व तुलसी विवाह पडित भैरू लाल दाधीच ने रिति रिवाज द्वारा किया भगवान सालिगराम जी की बारात में बैंड बाजो के साथ सर्व समाज की महिलाए, पुरुष और बच्चे नाचते हुए पैदल गुरला बस स्टैंड स्थित सत्यनारायण रामस्वरूप सेन के घर पहुंचे।