71 दिन बाद चली एक ट्रैन, आने जाने वाले यात्रीयों की स्क्रिनिंग की
बयाना 01 जून। कोरोना वायरस संक्रमण के संकट के चलते करीब सवा दो महीने से बंद पडे रेलवे ट्रैक पर सोमवार को पहली व एक मात्र ट्रैन दौडी। जिससे यहां के रेलवे जंक्शन स्टेशन पर लम्बे अरसे से यात्रीयों व ट्रैनों के अभाव में पसरा सन्नाटा टूट गया। भले ही कुछ पलों के लिए ही सही किन्तु इस दिन इस रेलवे स्टेशन पर यात्रीयों व रेलवे कर्मचारीयों की चहल पहल फिर से देखने को मिली। लाॅकडाउन के चलते लम्बे अरसे से बंद पडा रेलवे ट्रैक सोमवार को देशभर में कुछ चुनिंदा ट्रैनों को संचालन शुरू करने के साथ फिर से शुरू हुआ। इस दिन यहां कोटा से चलकर निजामुद्दीन जाने वाले जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रैन अपने निर्धारित समय से सुबह 9 बजे व यहीं ट्रैन वापिस निजामुद्दीन से चलकर यहां अपरान्ह करीब 4.15 बजे पहुंचकर कोटा की ओर रवाना हुई। इस दौरान स्टेशन अधीक्षक त्रिलोकचंद राजौरा सहित अन्य रेलवे अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। चिकित्सकों व मेडीकल टीम की ओर से आने वाले व जाने वाले सभी यात्रीयों की स्क्रिनिंग की गई तथा विशेष डेटा फार्म भी भरे गए। फिलहाल इन ट्रैनों में केवल पूर्व में आरक्षित कराए गए रिजर्वेशनों से ही यात्रा की जा सकती है।बुजुर्गों ने बताया कि रेलवे के सवा सौ वर्षों के व आजाद भारत के 73 वर्षों के इतिहास में यह पहला मौका है जब देशभर में इतने लंबे अंतराल तक सभी यात्री ट्रेनों को इस तरह बंद किया गया व रेलवे स्टेशनों के प्रवेश द्वारो को सीलबंद किया गया हो।जिससे रेलवे स्टेशनों पर चाय पान, खोमचा आदि चीजें बेचकर अपने परिवारों का पालन पोषण करने वाले लाखों लोगों के सामने रोजी रोटी व बेरोजगारी का संकट खड़ा हो गया है ।
बयाना संवाददाता राजीव झालानी