4 माह बाद देवउठनी एकादशी पर फिर सजेगें विवाह के मंडप
:देव उठनी एकादशी पर कल चार महीने की योग निद्रा के बाद बुधवार को लम्बे समय बाद बन रहे तीन शुभ संयोगों सिद्धि, महालक्ष्मी और रवियोग में उठेंगे भगवान नारायण। इन योगों से देव प्रबोधिनी एकादशी पर की जानी वाली पूजा का मिलेगा अक्षय फल। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक आषाढ़ महीने के शुक्लपक्ष की एकादशी यानी देवशयनी एकादशी पर भगवान विष्णु सो जाते हैं। इसके बाद देव प्रबोधिनी यानी कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष एकादशी को क्षीरसागर में चार महीने की योगनिद्रा के बाद भगवान विष्णु इस दिन उठते हैं। देशभर में इस दिन बड़ी संख्या में सजेंगे विवाहों के मंडप।