अखिल भारतीय खटीक समाज ने की राष्ट्रपति से मुलाकात
दिल्ली (विपिन मेहंदीरत्ता) खटीक समाज के पदाधिकारिओ ने नई दिल्ली के राष्ट्रीय अध्यक्ष (सांसद) डॉ भोला सिंह जी बडगूजर के नेतृत्व में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की । नौगांवा खटीक समाज के जीतू सावरिया ने बताया कि राष्ट्रीय प्रधान महासचिव सिप्पी महेन्द्रा एवं राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) मनी राम पंवार खटीक समाज के प्रतिनिधि मंडल के तौर पर राष्ट्रपति माननीय रामनाथ जी कोविन्द से मिले।इस दौरान देश भर के समस्त खटीक समाज बंधुओं को अनुसूचित जाति में शामिल करने के मुद्दे पर चर्चा की।
राष्ट्रपति महोदय से चर्चा के दौरान डॉ भोला सिंह बडगूजर ने इस मुद्दे से सम्बंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज महामहिम को सौंप कर बताया कि बिहार और झारखंड में खटीक जाति को अनुसूचित जाति में शामिल करने के लिए सन 2002 ईस्वी में ही ओपचारिक सहमति बन गई थी। डॉ भोला सिंह बडगूजर ने राष्ट्रपति महोदय को बताया कि बिहार और झारखंड में खटीक जाति को अनुसूचित जाति में शामिल करने के लिए लोकसभा के स्पीकर महोदय ने एक संसदीय समिति को बिहार और झारखंड भेजा था। संसदीय समिति ने नियत समय पर अपनी रिपोर्ट स्पीकर महोदय को सौंप दी, तत्पश्चात माननीय स्पीकर ने ये मुद्दा सुशील कुमार के नेतृव में स्टैंडिंग कमेटी ऑन सोशियल जस्टिस एवं वेलफ़ेयर को सौंपा, तत्पश्चात 07 मई 2002 को लोकसभा के पटल पर स्टैंडिंग कमेटी की रिपोर्ट रखी गई।
22 मिनट की इस महत्वपूर्ण मुलाकात में राष्ट्रपति महोदय ने आश्वस्त किया कि वे बिहार और झारखंड के मुख्यमंत्रियों को निजी तौर पर पत्र लिखेंगे, इसके साथ साथ सांसद भोला सिंह बडगूजर ने बताया कि वे अपने स्तर पर प्रयास करके बिहार और झारखंड के मुख्य मन्त्रियों से केंद्र को प्रस्ताव भिजवाने का प्रयास करेंगे, और बिहार और झारखंड के साथ साथ समस्त राज्यों में भी खटीक जाति बंधुओं को अनुसूचित जाति में शामिल करने तक अखिल भारतीय खटीक समाज नई दिल्ली अनवरत प्रयासरत रहेगा।
अभी राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर व लद्दाख, महाराष्ट्र, दिल्ली और पश्चिम बंगाल में ही खटीक समाज को अनुसूचित जाति में शामिल किया गया है।