माण्डलगढ़ महाविद्यालय में मनाया आनंदम दिवस
दान देने के भाव में है जीवन का सच्चा आनंद - प्रो. विष्णु शर्मा
भीलवाड़ा (राजस्थान/ राजकुमार गोयल) माण्डलगढ़ श्री शिवचरण माथुर राजकीय महाविद्यालय में बुधवार को मासिक "आनंदम दिवस" का आयोजन किया गया। मुख्यवक्ता राजकीय महाविद्यालय रेवदर में सहायक आचार्य विष्णु कुमार शर्मा ने विद्यार्थियों को जीवन के सच्चे आनंद का परिचय देते हुए कहा कि समाज को देने का भाव जागृत करके आनन्द प्राप्त किया जा सकता है उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए नवाचारों हेतु प्रेरित किया।
प्राचार्य सूर्यप्रकाश पारीक ने बताया कि आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा राजस्थान द्वारा महाविद्यालय में एक नया अनिवार्य विषय आनंदम जोड़ा गया है जिसका उद्देश्य विद्यार्थी को "देने का सुख" और महाविद्यालय, समाज और राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी का भाव विकसित करना है। महाविद्यालय के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने आनंदम के व्यक्तिगत अनुभव साझा किए। विद्यार्थियों द्वारा नवम्बर महीने में समाज के हितार्थ किए कार्यों का ब्यौरा "आनन्दम डायरी" के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। मुख्य अतिथि सर्वाधिक मास्टर डिग्री प्राप्त कर लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की बराबरी करने वाले योगेश दाधीच योगसा ने अपने प्रेरणादायक गीतों के माध्यम से विद्यार्थियों के साथ आनन्दमय वार्ता की। दाधीच ने विद्यार्थियों को आत्मविश्वास से परिपूर्ण होते हुए हर कार्य को साहस से करने का हौंसला दिया। प्राचार्य पारीक ने विद्यार्थियों को आनंदम कार्यक्रम के माध्यम से समाज की सेवा करने एवं अपने चरित्र को प्रेरणादायी बनाने का संदेश दिया।
अपराह्न में विद्यार्थियों ने महाविद्यालय परिसर एवं मैदान की स्वच्छता करते हुए आनन्दम कार्यक्रम के प्रति अपनी सार्थक भूमिका अदा की। कार्यक्रम में पूजा धाकड़, आशा रेगर, पूजा रेगर, चंदा धाकड़, रेखा धाकड़, राजूलाल बैरवा, संतरा बैरवा, पूजा जाट, परमेश्वर, लोकेश कुमार द्वारा विविध प्रस्तुतियाँ दी गयी। संचालन छात्रा सपना छीपा ने किया। महाविद्यालय के दिनेश मीणा, मनीष दाधीच, शिवलाल माली उपस्थित थे।