ईद घर पर मनाने और आखातीज पर शादी-समारोह टालने की अपील
बूंदी (राजस्थान/ शाहरुख अत्तारी) बूंदी जिला कलेक्टर आशीष गुप्ता ने मुस्लिम समाज को मुबारक पर्व ईद की शुभकामनाएं दी है और उन्हें इस पर्व को घर में रहकर मनाने की अपील भी की है। साथ ही आखातीज पर होने वाले शादी समारोह पर लगायी रोक की पूर्णतः पालना करने की भी अपील की।
जिला कलेक्टर ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। संक्रमण की कड़ी को तोड़ने के लिए राज्य सरकार ने 24 मई तक लॉकडाउन भी लगाया है। लॉक डाउन के दौरान आए ईद के मुबारक मौके पर अकीदतमंद जन अनुशासन का परिचय देकर घर पर ही अपने परिजनों के साथ खुशियां मनाएं।
जिला कलेक्टर ने कहा कि सभी धर्म के लोग धार्मिक रीति-रिवाजों, त्यौहार, उत्सव आदि के कार्यक्रम को घर पर ही रहकर मनाएं। कोई भी व्यक्ति धार्मिक स्थलों पर नहीं जाए, घर से ही पूजा, इबादत एवं प्रार्थना करें, ताकि संक्रमण की चेन तोड़ी जा सके।
जिला कलेक्टर ने अपील की है कि लॉकडाउन के दौरान विवाह से संबंधित किसी भी प्रकार के समारोह, डीजे, बारात एवं निकासी तथा प्रीतिभोज आदि की अनुमति पर 31 मई तक रोक लगाई गई है। आखातीज विवाह का अबूझ सावा है। प्रदेश भर में कोरोना संक्रमण के फैलाव को देखते हुए विवाह समारोह को 31 मई तक स्थगित किए जाने की सलाह दी गई है। उन्होंने कहा अति आवश्यक होने पर विवाह घर पर ही अथवा कोर्ट मैरिज के रूप में करने की अनुमति होगी जिसमें भी केवल 11 व्यक्ति अनुमत होंगे।
शहर काजी मुफ्ती नदीम अख्तर सका़फी, काजी कौंसिल अध्यक्ष अब्दुल शकूर कादरी एवं मौलाना गुलामे गोस ने मुस्लिम समुदाय से कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण के मद्देनजर ईद-उल-फितर की नमाज घरों में ही अदा करने की अपील की है। उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अपील की है कि वे कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए ईद की नमाज घर में ही पढ़ें।
इस वक्त कोरोना वायरस पूरे मुल्क में तेजी से फैल चुका है और यह वायरस बड़ी संख्या में लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। लिहाजा सभी लोगों से अपील है कि ईद वाले दिन भी मस्जिद की तरफ न आएं बल्कि घरों में ही इबादत करें।