भारत विकास परिषद ने मनाया वीर सावरकर जन्मोत्सव
भीलवाड़ा (राजस्थान) भीलवाड़ा भारत विकास परिषद की स्वामी विवेकानंद शाखा ने स्वातन्त्र्य वीर सावरकर का जन्मोत्सव बेबिनार के माध्यम से मनाया गया
इस दौरान शाखा सचिव बालमुकुन्द डाड ने बताया की मुख्य वक्ता के रूप में एसोसिएट प्रोफेसर एवं प्रखर वक्ता डॉ काश्मीर भट्ट ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया की पूरी दुनिया केवल सावरकर ही ऐसे व्यक्ति है जिनको तत्कालीन ब्रिटिश सरकार ने दो आजीवन कारावास की सजा सुनाई उन्हें प्रतिदिन दूसरे कैदियों से दुगुना काम करना पड़ता था, व कमी रहती तो कोड़ो की सजा दी जाती थी । प्रतिदिन कोल्हू में नारियल का तेल निकालना पड़ता ,सावरकर पहले व्यक्ति थे जिन्होंने स्वदेशी विचार की बात कहीं।छोटे से कमरे में रहना होता था।उनके बड़े भाई भी उस सेल्युलर जेल में थे लेकिन 7 वर्षों तक एक दूसरे को पता तक नही लगा। उन्हें काला पानी की सजा मिली। उन्हें दी गई सजा का वर्णन करे तो आज भी सुनकर दिल भर आता है। लेकिन हमारे देश की विडंबना यह रही के कुछ स्वार्थी तत्वों ने ऐसे इतिहास को दबा दिया औऱ पाठ्यक्रम में नहीं जोड़ने से नई पीढ़ी को उनके देश के प्रति बलिदान की जानकारी तक नहीं मिली। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रान्तीय अध्यक्ष पारस मल बोहरा ने की एवं आज के परिपेक्ष में ऐसे कार्यक्रमों की महत्वता बताई।
विशिष्ट अतिथि महासचिव सी ए सन्दीप बाल्दी ने सेवा एवं संस्कार के लिये शाखा द्वारा किये जा रहे प्रयासों एवं कार्यक्रमो की सराहना की। इस अवसर पर " संस्कार सरिता" के 23 वे संस्करण का भी विमोचन किया गया। इस बेबिनार मे जुड़े हुए सदस्यों एवं आमजन को धन्यवाद देते हुए शाखा अध्यक्ष रजनीकांत आचार्य ने बताया कि "संस्कार सरिता" अब तक 34500 प्रतिया छप गईं है। वर्तमान में 2000 प्रतिया छपी है यह कार्य लगातार वरिष्ठतम सदस्य गोविंद सोडाणी का मिला। पूरे भारत वर्ष से इसकी मांग रहती है जिसे निःशुल्क पूरी की जाती है।
इस अवसर पर पूर्व प्रान्तीय अध्यक्ष कैलाश अजमेरा, भीलवाड़ा जिला अध्यक्ष शिवम प्रहलादका पूर्व शाखा अध्यक्ष बलवंत राय लढ्ढा की गरिमा मय उपस्थिति रही । कार्यक्रम संचालन में तकीनीकी सहयोग कोषाध्यक्ष गिरीश अग्रवाल का रहा। महिला प्रमुख कृष्णा लड्ढा एवं संस्कार सह महिला प्रमुख शिखा अग्रवाल की अगुवाई में राष्ट्र गान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
- रिपोर्ट:- बृजेश शर्मा