धूमधाम से मनाया संत रविदास की जयंती का उत्सव
पहाड़ी (भरतपुर,राजस्थान/ उदय सिंह) आर्दश विधामन्दिर में गुरूवार को धर्मजागरण के तत्वाधन मे संत रविदास (रैदास)जयंती उत्सव धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्यअतिथि बुद्वराम शर्मा ने संत रविदास के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए उनके भक्ति मार्ग की चर्चा करते हुए कहॉ की अनेको राजा रानियॉ उनकी शरण में जाकर भक्ति मार्ग से जुडे। मीरा बाई उनकी शिष्या बनी। उन्होने संत साहेब कबीर के कहने से संत रामानन्द को गुरू बनायाथा।उनका जन्म काशी मे संवत१४३३ मे हुआ पिता रग्घु, माता धुरविनियॉ पत्नि का नाम लोना बताया। अध्यक्ष धर्मसिह जाटव ने संत रविदास केजीवन चरित्र प्रकाश डालते हुए कहॉ उन्होने अपने अध्यात्मिक बचनो से सारे संसार को एकता, भाई चारे पर जोर दिया था।जातं पात से उठकर समाज में फेली कुरती को दूर करने का कार्य किया है। धर्मजागरण के खण्ड संयोजक भगवान दास ने भी सामज मे व्याप्त बुराई को दूर करने के लिए संत रविदास के भक्ति मार्ग के अपनाने पर जोर देते हुए सभी का आभार व्यक्त किया है। कार्यक्रम का शुभारम्भ संत रविदास के चित्र पर दीप्रज्जवलन से किया गया।इस मोैके परभंवरसिह, नवीन कुमर,गुलाब सिह, ठाकुरलाल, बग्गी लाल, दिनेश गुप्ता,भगवानसिह, उदय सिहप्रजापत आदि मोजूद थे