अवैध अतिक्रमण हटाने को लेकर नगर परिषद की बड़ी कार्यवाही, आधा दर्जन जेसीबी का चला पंजा
भीलवाड़ा (राजस्थान/ बृजेश शर्मा) शहर में धन बल भुजबल व बाहुबलियों द्वारा धड़ल्ले से किये जा रहे अवैध निर्माण को लेकर प्रशासन मौन है तो वही गरीब व बेसहारा लोगो के अर्धनिर्मित आशियाना तोड़ उन्हें बेघर किया जा रहा है, यह बानगी उपनगर पुर में देखी गई। शुक्रवार को नगर परिषद प्रशासन ने गुरुवार को पुर स्थित पातोला महादेव रोड़ पर अलग-अलग हिस्सों में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की। पुलिस बल के साथ पहुंचा अतिक्रमण दस्ता देखकर अतिक्रमियों में खलबली मच गई।
जेसीबी से अवैध निर्माण हटाए गए। शुरुआत पातोल महादेव रॉड स्थित मकानों को ध्वस्त करने की कार्रवाई की गई। इसके बाद अतिक्रमणरोधी दस्ते ने जहां नगर परिषद की भूमि पर बने आवासीय भवनो को एक एक कर तोड़ा गया, वही जिनके आशियाने उजाड़े गए कुछ अतिक्रमियों ने बताया की हमें अतिक्रमण हटाने की कोई सुचना नही दी गई, व अतिक्रमण हटाने से पूर्व यदि हमें सूचित किया जाता तो हमारे घरेलू सामान सुरक्षित बाहर निकाल लेते!!
उन्होंने बताया की सूचित नही किये जाने से हमे हजारों रुपये का नुकसान हुआ, है, कई महिलाओं को अपना आशियाना उजड़ने का मलाल है, तो कई परिवार का रो रो कर बुरा हाल है, एक महिला अपना आशियाना उजड़ते देख मूर्छित हो गई जिसे पुलिस की जीप में उपचार के लिए चिकित्सालय ले जाया गया, कई बच्चे अपने परिजनों को रोता देख खुद बिलखने लगे आयुक्त दुर्गा कुमारी ने बताया कि पुर स्थित पातो ला महादेव मार्ग पर परिषद की जमीन पर अतिक्रमियों द्वारा अवैध कब्जे कर भवन निर्माण करवा दिए गए जिनको हटाने के लिए परिषद कर्मियों के साथ पुलिस जाप्ता लगाकर अवैध निर्माण हटाये गए हैं व्यावसायिक या आवासीय भवन निर्माण में नगर पालिका अधिनियम, भू उपयोग परिवर्तन नियम, भवन उपनिधि की अवहेलना व सिवायचक भूमि पर कब्जा होने पर सिवायचक भूमि पर हुए निर्माण को जेसीबी से अलग कर निर्माण ध्वस्त किये जा रहे है। अतिक्रमियों को अतिक्रमण हटाने व सामान समेटने के निर्देश दिए गए लेकिन अतिक्रमियों ने इस और कोई ध्यान नही दिया ,इस कार्रवाई के दौरान नगर परिषद के अधिकारी आयुक्त दुर्गा कुमारी, अभियंता अखेराम बड़ौदिया, सूर्य प्रकाश संचेती, तहसीलदार लाला राम यादव सहित 50 से अधिक पुलिस कर्मी,व नगर परिषद के कई कर्मचारी मौजूद रहे,। अतिक्रमण हटाते वक्त तेज बारिश आने से बाहर रखे हुए सामान भीगने से खराब हो गए।