दास्तान ए शहादत- अमर शहीद हेड कांस्टेबल रामनिवास मीणा की पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि
महुआ (दौसा, राजस्थान) क्षेत्र के ग्राम गढ़ हिम्मत सिंह में गुरुवार को शहीद हेड कांस्टेबल रामनिवास मीणा की पुण्यतिथि पर परिवार जन सहित गणमान्य लोगों ने शहीद को याद करते हुए नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित की
गोपुत्र अवधेश अवस्थी ने बताया कि गणमान्य नागरिकों सहित आमजन के साथ परिवार जनों ने शहीद हेड कांस्टेबल रामनिवास मीणा को याद करते हुए भारत मां के लाल जिन्होंने हिंदुस्तान की आन बान और शान की खातिर अपने प्राणों की बाजी लगाकर तिरंगे को सम्मान दिया आज ऐसे ही वीर सपूत की पुण्य तिथि मौके पर अंतरात्मा से सच्ची श्रद्धांजलि देते हुए अमर शहीद हेड कांस्टेबल रामनिवास मीणा को नम आंखों के श्रद्धांजलि अर्पित की
गोपुत्र अवधेश अवस्थी ने बताया कि शहीद हेड कांस्टेबल रामनिवास मीणा का जन्म 2 जुलाई 1969 को राजस्थान प्रदेश के दौसा जिले के महुआ तहसील के ग्राम गढ़ हिम्मत सिंह में किसान रेवड राम मीणा के यहां हुआ उनकी प्रारंभिक शिक्षा राजकीय कमला देवी शिव कुमार पांडे उच्च माध्यमिक विद्यालय गढ़ हिम्मत सिंह में हुई शिक्षा प्राप्त करने के दौरान उन्होंने देश सेवा का निर्णय लिया और 28 मार्च 1989 को जोधपुर सेक्टर मे भारतीय सीमा सुरक्षा बल का हिस्सा बने भारतीय सीमा सुरक्षा बल का हिस्सा बनने के बाद शहीद रामनिवास मीणा ने सरकारी सेवा में रहते हुए अनेक पुरस्कार व प्रमोशन प्राप्त किए
आम दिनों की तरह 5 अगस्त 2013 को भारतीय सुरक्षा बल में रहते हुए निडर और कर्तव्यनिष्ठ सैनिक के रूप में जम्मू कश्मीर के पुंछ सेक्टर केसावा बॉर्डर पर अपनी ड्यूटी कर रहे थे कि अचानक पाकिस्तान की ओर से होने वाली फायरिंग के दौरान शहीद रामनिवास मीणा को गोली लगी जहाँ मीणा की गंभीर स्थिति को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा एयर एंबुलेंस से दिल्ली के एम्स अस्पताल में लाया गया जहां 7 दिन तक जिंदगी और मौत से लड़ते रहे आप ने 11 अगस्त 2013 को दिल्ली के एम्स अस्पताल में जिंदगी की जंग से लड़ते हुए अंतिम सांस ली और 12 अगस्त 2013 को उनके पैतृक गांव गढ़ हिम्मत सिंह में राजकीय सम्मान के साथ उन्हें हजारों लोगों के बीच हमेशा हमेशा के लिए विदा कर दिया
शहीद हेड कांस्टेबल रामनिवास मीणा के परिवार में एक पुत्र डार्विन दो पुत्रियां कांता व रेखा पत्नी उगंनती देवी गांव गढ़ हिम्मत सिंह में निवास करते हैं शहीद के परिवार को शहीद का गम तो सताता है लेकिन इस बात से सीना फक्र से चौड़ा हो जाता है कि उन्होंने भारत मां की शान के खातिर अपने प्राणों की आहुति दे दी वहीं शहीद रामनिवास मीणा के पुत्र डार्विन कुमार मीणा का भी पढ़ लिख कर अपने पिता शहीद रामनिवास मीणा की तरह भारतीय सेना में शामिल होकर देश सेवा करने की इच्छा है
इस अवसर पर मंडावर थाना के मनोहर लाल गढ़ हिम्मत सिंह सरपंच शगुड्डी देवी मीणा जिला परिषद सदस्य रोशन हवलदार केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के केंद्रीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड प्रतिनिधि गोपुत्र अवधेश अवस्थी पूर्व सरपंच हजारी लाल मीणा पूर्व सरपंच राजेशनावरिया समाजसेवी विक्रम मंडावर समाजसेवी देवी सहाय पांडे नथ्या राम मीणा अमर सिंह मीणा रामेश्वर मीणा नवल श्यामलाल भजन लाल मीणा प्रहलाद मीणा सहित शहीद के पुत्र डार्विन मीणा पुत्री कांता रेखा शहीद की वीरांगना उगंती देवी सहित परिवार जन मौजूद रहे