महाराणा प्रताप की आन-बान-शान के लिए आज भी उनकी प्रतिज्ञाओं के प्रति कृत संकल्प हैं गाडोलिया लुहार
तात्कालीन समय की परम्परा को आज भी निभा रहे हैं।
भीलवाड़ा (राजस्थान) महाराणा प्रताप के सम्मान को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए आज भी गाडोलिया समाज तत्कालीन समय की परंपरा को अभी भी निभा रहे हैं। भीलवाड़ा जिले के करेड़ा क्षेत्र सहित कोशीथल ग्राम के गलवा मार्ग पर बसे कईं परिवार आज भी उसी परंपरा में जीवन व्यतीत कर रहे हैं। हालांकि सरकार ने कहि- कहि पर तो आवासीय जमीन देकर इन्हें एक जगह निवासरत रहकर मूलभूत सुविधाओं से जोड़ दिया है फिर भी इन सुविधाओं के बीच गाडोलिया परिवार महाराणा प्रताप के काल की परंपराओं पर अडिग हैं। भेरूलाल गाडोलिया ने बताया कि हमारे पक्का मकान है फिर भी हमने कईं वर्ष पुरानी लकड़ी से निर्मित विशेष प्रकार की बनावट वाली बैलगाड़ी सुरक्षित व सुसज्जित रख रखी है। यही हमारे परिवार की एवं जाति की पहचान है। महाराणा प्रताप की आन बान एवं शान के लिए आज भी हम उनकी प्रतिज्ञाओं के प्रति कृत संकल्प हैं। मांगी देवी गाडोलिया ने बताया कि समय-समय पर हम इस लकड़ी की गाड़ी को कलर करके सुसज्जित रखते हैं। यह गाड़ी हमारे पूर्वजों द्वारा बनाई गई उनकी अमिट यादगार है। वर्तमान में सरकार के प्रयासों से हमारी जाति में शिक्षा का स्तर भी बढ़ता जा रहा है। प्रत्येक परिवार शिक्षा के प्रति जागरूक भी है। जीरो से 18 वर्ष तक के समस्त बच्चे शिक्षा ग्रहण करें यही हमारा प्रयास रहेगा। हमारा स्थाई निवास होने से हमें राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं से स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा जोड़ा जाता है। वर्तमान में कोशीथल में हम 25 से 30 परिवार रहते हैं। हर रोज उठकर लोहे के औजार बनाकर आसपास के ग्रामों में प्रतिदिन लोहे के औजार तैयार कर बेच कर व कईं परिवार पशुओं की खरीद-फरोख्त का धंधा कर परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं। वर्तमान में हमारी आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर है यदि राजस्थान सरकार हमें खेती के लिए जमीन आवंटित करती है तो हमारी आर्थिक स्थिति अच्छी हो सकती हैं।
रिपोर्ट:- बृजेश शर्मा