आरटीओ ऑफिस के बाहर फर्जी आरसी और अंकतालिका बनाने वाले पांच आरोपी गिरफ्तार
*सदर पुलिस की बड़ी कार्रवाई* *बोगस ग्राहक भेज ईमित्र-फोटो स्टूडियो की आड़ में,फर्जीवाड़ा करते पांच गिरफ्तार-आरोपी मोटी रकम लेकर मिनटों में बना देते है आरसी,लाइसेंस,अंकतालिका* *आखिर क्यों करवा और कर रहे थे फर्जीवाड़ा-समझ से है परे*
अलवर/राजस्थान
सदर थानाप्रभारी प्रशिक्षु आईपीएस ज्येष्ठा मैत्रेयी के अनुसार सूचना तंत्र से मिली पुख्ता जानकारी के बाद बोगस ग्राहक भेज कर जिला परिवहन कार्यालय के इर्द-गिर्द फरीद ईमित्र, सतीश फोटो स्टूडियो, मुबारिक फोटो स्टूडियो और दलाल सत्तार खान को गिरफ्तार कर फर्जी लाइसेंस, आरसी,अंकतालिका बनाने की कम्प्यूटर सामग्री लेपटॉप,प्रिंटर,सीपीयू,मॉनीटर, पीवीसी कार्ड प्रिंटर और खाली चिप लगे पीवीसी कार्ड जब्त किए है।पिछले करीब तीन वर्ष से फर्जीवाड़ा कर मुंह मांगी कीमत लेकर फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस,आरसी,अंकतालिका देने के आरोप में गिरफ्तार अकबर,फरीद,सोनू,रमाकांत और मुकारम उर्फ मुबारिक को गिरफ्तार कर पुलिस पूछताछ कर रही है।
हालांकि इन आरोपियों के फर्जीवाड़े के खेल में फिलहाल आरटीओ दफ्तर के किसी भी कर्मचारी के मिलीभगत होने की पुष्टि नहीं हुई है।
दरअसल सरकारी सभी दफ्तरों में ऑनलाइन कामकाज होने के बाद भी भला कोई व्यक्ति फर्जी लाइसेंस,आरसी,अंकतालिका,पैनकार्ड या फिर अन्य दस्तावेज लेकर अपने पैरों पर ही कुल्हाड़ी क्यूं मारेगा।इन ईमित्र संचालकों और फोटोग्राफरों से लोग फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस,आरसी और अंक तालिका मोटी रकम देकर क्यों बनवाते थे यह कतिपय मीडियाकर्मियों की समझ से परे है।सनद रहे जिला परिवहन कार्यालय राज्य सरकार का ऐसा कार्यालय है जहाँ जनता के तमाम ऑफिस कार्य दलालों के मार्फ़त सहज ही हो जाते है।यहाँ हर सर्टिफिकेट-दस्तावेज की राशि निर्धारित है।दलालों को अधिकारी-कर्मचारियों के नाम की दलाली देकर तमाम कार्य ओरिजनल ही कराए जा सकते है ऐसे में मोटी रकम देकर फर्जी अंक तालिका,फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस सहित अन्य प्रमाणपत्र बनवाने की लोगों को क्या आवश्यकता है।जिनके पास व्यवस्था है वे लोग आरटीओ दफ्तर के अनेक काम घर बैठे भी करा लेते है फिर मुंह मांगी रकम देकर फर्जीवाडा करवाने का का शायद कोई औचित्य ही नहीं रहता है।मान लीजिए जब फर्जीवाड़ा कर ड्राइविंग लाइसेंस बनाया ही जा रहा है ऐसे में उम्र के लिए अंक तालिका की क्या आवश्यकता होगी।खैर पुलिस की कार्रवाई ने आरटीओ कार्यालय और दलालों में जहाँ तरह तरह की चर्चाएं गर्म है वही फर्जीवाड़े में लिप्त और भी दलालों में दहशत बरकरार है।
*राजीव श्रीवास्तव*