पौधों की कटाई जोरों पर वन कर्मचारी नदारद
कोरोना महामारी के चलते जहां भारी ऑक्सीजन की किल्लत हो गई थी ऐसे में हरे पेड़ों की लगातार हो रही कटाई का खामियाजा भयावह हो सकता है
थानागाजी (अलवर, राजस्थान/ रामभरोस मीणा) थानागाजी कस्बे के नजदीक स्थित घाटा नाका चोकी के अधिनस्थ वन सम्पदा राम हवाले हैं, जंगल में से रोज,खेरी, शीशम,छिलला के साथ ही अन्य उपयोगी वन सम्पदा को आरी व कुल्हाड़ी से काट कर ले जाया जा रहा है, वन विभाग के चोकी के आस पास ही हजारों पेड़ों की कटाई बे रहमी से हों चुकी। वनों की दुर्दशा को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि बाड़ ही खेत को खा गई हो। पिछले पांच छः वर्षों में जो जंगल प्लांटेशन कर बनाया गया उसे पुरी तरह चोपट कर दिया,वन की दशा देखकर आम आदमी शर्मिंदगी महसूस कर रहा वहीं वन एवं पर्यावरण प्रेमियों द्वारा नाराजगी जताई गई, ग्रामीणों द्वारा बताया गया की वन विभाग के कर्मचारियों को वन कटने की यदि सुचना दी जाती है तो वे वन काटने वालों को पुरा पता बताते हैं साथ ही यह कहते हैं कि हमें कोई परेशानी नहीं है लेकिन आपके गांव वाले ही शिकायत करते हैं आप रात को या सुबह दस बजे से पहले काट कर ले जा सकते हैं, एक व्यक्ति ने यहा तक कहा है कि मोटे पेड़ों को वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा ठेकेदारों से कटाया जा रहा है जो बहुत बड़ा गुनाह है। जंगल की रक्षा के लिए सभी लोगों ने मांग की है साथ ही जंगलों की यह दशा पुरे थानागाजी क्षेत्र में बनी हुई है।