शिक्षा विभाग की अनदेखी: मुलभुत सुविधाओं से वंचित है किरतसिंहपुरा का राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय
बर्डोद (अलवर, राजस्थान/ मनीष सोनी) एक तरफ सरकार प्रदेश में गांव- गांव की हर सरकारी स्कूल की दशा और दिशा सुधारने में प्रयास कर आज के बच्चों के सुनहरे भविष्य के साथ प्रदेश को डिजिटल इंडिया बनाने का सपना संजोए हुए है। लेकिन शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों की अनदेखी के कारण धरातल पर यह स्थिति शून्य है। मामला ग्राम पंचायत कारोडा के गांव किरतसिंहपुरा (उदनवाश) में स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय का है। जो कि आज भी अपनी मुलभुत सुविधाओं से वंचित है।
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक जसवंत सिंह सहित कार्यरत स्टाफ ने बताया कि विद्यालय में बच्चों ए़ंव स्टाफ के लिए ना तो पेयजल व्यवस्था है, ना ही शौचालय व्यवस्था है। वर्षों पूर्व बना शौचालय है। लेकिन वो जीर्ण शीर्ण अवस्था में है। इस संदर्भ में हमने अनेकों बार शिक्षा विभाग के अधिकारियों को लिखित, मौखिक अवगत करा रखा है। जिसके बाद भी विधालय में व्यवस्था नहीं हुई। उन्होंने बताया कि वर्षों पूर्व एक योजना के तहत बच्चों की पेयजलापूर्ति के लिए स्कूल में एक टंकी बनी थी। जिसमें आज तक कोई क्नेकशन ही नहीं हुआ है। स्कूल के प्रधानाध्यापक सहित समस्त स्टाफ ने शासन-प्रशासन से स्कूल में तत्काल व्यवस्था कराने की मांग की है।
- स्कूल के मुख्य गेट के आगे प्रभावशाली लोगों का अतिक्रमण-
स्कूल के मुख्य गेट के आगे गांव के प्रभावशाली लोगों ने कडबी और इंधन डालकर अस्थायी अतिक्रमण कर रखा है। जबकि स्कूल परिवार द्वारा स्कूल में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय पर्व सहित अन्य कार्यक्रम के दौरान हटाने की अपील करने के बाद भी इन लोगों का अतिक्रमण काबिज है।
- जनप्रतिनिधियों की स्कूल में नहीं कोई रूचि-
स्कूल के स्टाफ ने बताया कि क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों का स्कूल के विकास कार्यों के प्रति कोई रूचि नहीं है। राष्ट्रीय पर्व के दौरान औपचारिक उपस्थिति दर्ज कराने के बाद स्कूल आते ही नहीं है। जबकि जनप्रतिनिधियों को भी सुविधाओं के लिए अपील की गई।
- पेयजल की अस्थायी व्यवस्था-
शिक्षकों ने अपने स्तर पर आपसी सहयोग कर एक किसान के घर से पेयजलापूर्ति कर रहे हैं।
- स्कूल संचालन के बाद असामाजिक तत्वों का रहता है। जमावड़ा-
स्कूल संचालित होने के बाद परिसर में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है। पूर्व समय में असामाजिक तत्वों ने विधालय में स्थित झूलों,चार दिवारी, सहित गत दिनों लगाएं गए हरे पौधौ को भी नष्ट कर दिया।
शशिकपूर (मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी बहरोड़) का कहना है कि - विधालय प्रशासन जनप्रतिनिधियों से सम्पर्क करें। हमारे पास कोई शिकायत नहीं आई।