सरकारी सिस्टम की अनदेखी से अर्थी को भी कंधा नहीं दे पा रहे लोग
बहरोड़ (अलवर,राजस्थान/योगेश शर्मा) जीवनभर भागदौड़ के बाद भी अंतिम यात्रा में सरकारी सिस्टम की अनदेखी से अर्थी को अपनों का कंधा भी नहीं नसीब हो रहा है। बहरोड़ नगरपालिका में सरकारी सिस्टम की अनदेखी के चलते अर्थी को अपनों के कंधे नहीं मजबूरी में एम्बुलेंस व ट्रैक्टर.ट्रॉलियों ले जाया जा रहा है। इसका मुख्य कारण है बरसों से सेसाड़ा जोहड़ का समाधनी नहीं होना।
श्मशान घाट जाने के लिए लोगों को सेसाड़ा जोहड़ के पास से ही गुजरना पड़ता है। सेसाड़ा जोहड़ के ओवरफ्लो हो जाने पर गंदा पानी आम रास्ते में आ जाता है। जिससे ये अनुमान भी नहीं लगाया जा सकता कि जोहड़ है आम रास्ता। जेल के सामने भरा हुआ 3-4 फिट काले रंग के संक्रमित पानी से अंतिम यात्रा निकालना मुश्किल हो गया। इसलिए अर्थी को कंधों के बजाय एम्बुलेंस व ट्रैक्टर ट्रॉली में ले जाया जा रहा है। मंगलवार को कस्बे के दो वार्डों में हुई एक युवा और दूसरी बीमार बुजुर्ग की मौत में एक की अंतिम यात्रा एम्बुलेंस में और दूसरे को ट्रैक्टर.ट्रॉली में ले जाना पड़ा।