पेड़-पौधों के बगैर जीवन की कल्पना अधूरी शिक्षक रावत
धरती बनी कागज पौधे बने कलम, शिक्षक हजारी सिंह रावत पौधे लगाकर पढ़ा रहे हैं पर्यावरण का पाठ...
बदनोर भीलवाड़ा,राजस्थान/ रूपलाल प्रजापति) जन्मदिन पर पर्यावरण सुरक्षा के लिए पौधे लगाने का संकल्प लेने वाले शिक्षक हजारी सिंह के नेतृत्व में चैनपुरा स्कूल में पौधरोपण किया गया। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों व शिक्षकों को जागरुक करते हुए पौधों की सुरक्षा का संकल्प दिलाया। हजारी सिंह ने कहा कि पर्यावरण संतुलन के लिए पौधारोपण की शुरुआत 7 जुलाई दिवेर से शुभारंभ किया। समापन पुष्कर विधानसभा के ग्राम पंचायत नरवर में बुधवार को किया जाएगा। चैनपुरा प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी भीवा राम गुर्जर ने कहा कि सभी शिक्षकों को प्रकृति प्रेमी रावत से कुछ सीख लेनी चाहिए की सभी अपनी स्कूलों में कम से कम पचास पौधे लगवाएं और उन पौधों की सेवा पुत्र के समान करें। हम सभी शिक्षक मिलकर अपने जनपद की धरती को हरा-भरा करेंगे और पर्यावरण का संरक्षण करेंगे।
शिक्षक सुशिल कुमार ने बताया कि ऐसे तो पर्यावरण के प्रति प्रेम बहुत कम देखने को मिलता है।जो पौधे लगाने से लेकर बचाने तक के लिए जी तोड़ मेहनत करते हैं। शिक्षक राकेश शर्मा ने बताया कि ऐसा ही एक उदाहरण टॉडगढ़ में जन्मदिन पर पर्यावरण सुरक्षा के लिए पौधे लगाने का संकल्प लेने वाले टॉडगढ़ निवासी शिक्षक हजारी सिंह अन्य लोगों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने हुये है। 7 वर्षों से लगातार प्रयासरत शिक्षक ने ब्यावर से लेकर टॉडगढ़ भीलवाड़ा राजसमंद अजमेर पाली जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों स्कूलों व सार्वजनिक स्थानों श्मशान घाट पर पौधे रोपे बल्कि उनकी नियमित देखरेख करते हुए उन्हें पेड़ भी बनाया पिछले 7 वर्षों से आस-पास के खाली पड़े भूभाग में विभिन्न छायादार व फलदार पौधे लगाना शुरू किया हर बरसात के मौसम में अब तक प्रत्येक वर्ष पौधे लगाने एवं उसे बचाने के लिए कार्य किया। अब तक हर साल में करीब 2500पौधे उनके द्वारा लगाये गये। इसमें से आम, सागवान, बरगद, जामुन,पीपल, नीम पारसपीपल, गुलमोहर, गुलाब के फूल आदि पौधे लगाये गये। प्रकृति प्रेमी ने बताया कि वृक्षारोपण अभियान में विशेष मेरे साथी शांतिलाल अलका जैन सहित पिता मिट्ठू सिंह माता कौशल्या देवी धर्मपत्नी पवन चौहान मेरे पुत्र सहित सभी प्रकृति प्रेमी महानुभावों ने मुझे अच्छा सहयोग किया।