किसान आंदोलन से राजमार्ग के अवरुद्ध हो जाने से उद्योगपति परेशान, नीमराना इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा
बहरोड़ (अलवर,राजस्थान/ सुभाष यादव) किसान आंदोलन से राजमार्ग के अवरुद्ध हो जाने से उद्योगपति काफी परेशान हो रहे हैं। राजस्थान का औद्योगिक हब नए निवेश के लिए जूझ रहा है। जिसको लेकर नीमराना इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने मंगलवार को एसडीएम को ज्ञापन दिया है। ज्ञापन में कहा गया है कि समस्या नहीं सुलझी तो उद्योग आंदोलन कर सकते हैं। नीमराना इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष केके शर्मा के नेतृत्व में नीमराणा एनसीआर के उद्योगों के सामने आ रही कठिनाइयों एवं समस्याओं को लेकर राजस्थान सरकार के प्रशासन, पुलिस विभाग को पूर्व में कई बार पत्र भेज कर अवगत कराया था कि राजस्थान हरियाणा बॉर्डर पर किसानों के चल रहे विरोध प्रदर्शन एवं आंदोलन से राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हुआ है। उससे औद्योगिक इकाइयों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। सीमा पर परिवहन की दिक्कत लगातार बढ़ती जा रही है तथा कुछ उद्योगों में कंपनी की बसों से आ रहे कर्मचारियों एवं श्रमिकों को आंदोलनकारीयों द्वारा औद्योगिक बसों को रोक लिया जाता है। जिससे उद्योगों में आने वाली पारी काफी देरी से पहुंचती हैं। उत्पादन में काफी नुकसान हो रहा है। पूर्व में वैकल्पिक रास्तों के माध्यम से उद्योगों को बड़ी मुश्किल से चला रहे थे। लेकिन अब उद्योग करीब 70 प्रतिशत तक बंद हो गए हैं। जिससे इन औद्योगिक क्षेत्र में कार्यरत हजारों की तादाद में श्रमिकों एवं कर्मचारियों को मजबूरन कार्य से निकाल दिया गया है। जिसकी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से उद्योगों से जुड़े लाखों परिवार व राजकीय राजस्व को हानि उठानी पड़ रही है। कोरोना की मार झेल चुके उद्योगों को हम बचाने का प्रयास लगातार कर रहे हैं फिर भी उद्योगों के सामने लगातार समस्याएं ज्यों की त्यों बनी हुई है।