लक्ष्मणगढ़ के बांध भराव में चल रहे अवैध व्यवसायिक दुकानों के निर्माण में सिंचाई विभाग ने लगाई अंतिम रोक
नोटिस के पश्चात अगर कोई निर्माण करता है तो उनके खिलाफ पुलिस में होगा मामला दर्ज :-राजेश वर्मा
लक्ष्मणगढ़ (अलवर, राजस्थान/गिर्राज प्रसाद सोलंकी) लक्ष्मणगढ़ कस्बे में जल भराव क्षेत्र में चल रही अवैध व्यवसायिक दुकानों के निर्माण को लेकर कस्बे वासियों ने मुख्यमंत्री को जिला कलेक्टर को शिकायत पत्र देने के पश्चात सिंचाई विभाग आया हरकत में जिसमें आज सिंचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता मनीराम लेखी ने निर्माणाधीन व्यवसायिक दुकानों पर पहुंचकर उन्हें कार्य बंद करने के आदेश देते हुए सभी को नोटिस थमाऐ और सभी निर्माण कर्ताओं को नोटिस के पश्चात अगर कोई निर्माण कार्य होता है तो उनके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज होगा। और यह अंतिम नोटिस है पूर्व में भी सिंचाई विभाग ने इन्हें नोटिस दिया गया था वही व्यक्तिगत रूप से भी इन्हें निर्माण कार्य रोकने की बात कही पर अवैध निर्माण करता रुकने का कार्य नाम नहीं लेते हैं। इधर हल्का पटवारी ने भी कई बार इन्हें निर्माण कार्य रोकने की बात कही पर जैसे ही अधिकारी मौके पर से जाते हैं वैसे ही निर्माण कार्य जारी हो जाता है
अब देखना यह है कि आखिर इनके खिलाफ क्या कार्रवाई हो पाती है या नहीं इधर ग्रामीणों का यह कहना है की इन अवैध निर्माण कर्ताओं के खिलाफ कस्बे वासियों के द्वारा जनहित याचिका भी दायर की जाएगी प्रशासन व आमजन के लिए नासूर साबित हो रहे हैं भूमाफिया, लक्ष्मणगढ़ में इधर कस्बे वासियों का कहना है कि यह सब स्थानीय कार्यवाहक तहसीलदार लक्ष्मणगढ़ की मिलीभगत से यह सब कुछ चल रहा है कहने का मतलब हाथी के दांत खाने के कुछ और दिखाने के कुछ जब निर्माणाधीन करने वालों के पास जमीन के नाम रजिस्ट्री है ना पट्टे ना भूमि कन्वर्ट है भूमि सिंचाई हेतु खातेदारी की है इधर भूमि सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीन भी आ रही है
सार्वजनिक निर्माण विभाग ने इन्हें नोटिस दे रखा है उधर सिंचाई विभाग के अंतर्गत आती है उसने भी इन्हें नोटिस दे रखा है फिर किस आधार पर यह निर्माण चल रहा है जबकि नीम खोदने वाली थी तभी स्थानीय तहसीलदार को उपखंड अधिकारी को सूचना दी गई थी फिर आखिर किसकी शह से यह दुकान बनकर तैयार हुई अब ग्रामीणों के द्वारा जनहित याचिका लगाने की भी बात कही गई है जिसमें अधिकारीयों के खिलाफ भी कार्यवाही हो सकती है शिकायत पर शिकायत जारी फिर भी निर्माण कार्य क्यों नहीं रोक पाए अधिकारी।
मनीराम कनिष्ठ अभियंता (सिंचाई विभाग राजगढ़,अलवर) का कहना है कि:- इन भू माफियाओं के हमारे जल भराव क्षेत्र की भूमि पर अवैध निर्माण कर रहे हैं जिस पर इन्हें मौखिक आदेश भी दिए गए थे कि निर्माण ना करें उसके पश्चात सहायक अभियंता व कनिष्ठ अभियंता के द्वारा नोटिस दिया गया था नोटिस ओ की अवहेलना करने पर और लगातार निर्माण होता देखा गया आज हमारे उच्च अधिकारियों की पालना करते हुए इन्हें अंतिम नोटिस देखते हुए अवगत कराया कि आप निर्माण कार्य को बंद करें अन्यथा आपके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज होगा।
चतर खान स्थानीय किसान (शिकायतकर्ता) का कहना है कि:- मेरे खेत की डोल के आगे कुछ भूमाफिया गांव के ही बांध के अंदर अवैध निर्माण कर रहे हैं ना उनके पास जमीन के कागज हैं ना कुछ जिसकी शिकायत मैंने अधिकारियों को दी पर स्थानीय तहसीलदार की शह से निर्माण कार्य जारी है किस आधार पर यह अपना निर्माण कर रहे हैं इधर जमीन सिंचाई विभाग के अंदर बांध में है, तो इधर स्टेट हाईवे नंबर 44 एनसीआर पीडब्ल्यूडी में आती है। फिर मेरे खेत के लिए मेन रास्ते पर क्यों अवैध व्यवसायिक दुकानों का निर्माण कर रहे हैं मैंने प्रशासन को सूचना दी पर स्थानीय प्रशासन तो गूंगा बहरा है इन अतिक्रमणकारियों से रिश्तेदारी का तालमेल बैठा रहा। और शिकायत करता हूं तो गेट आउट कहता है।
अनिल शर्मा (नायब तहसीलदार लक्ष्मणगढ़) का कहना है कि:-- मैं तहसीलदार नहीं नायब हूं मैं 91 की रिपोर्ट नहीं कर सकता यहां तहसीलदार है नहीं मैं क्या करूं।
हनुमान सहाय (हल्का पटवारी मौजपुर) का कहना है कि:- यह अधिकारियों को देखने की बात है अतिक्रमण को रुकवा ना चाहिए मैं 24 घंटे बैठ कर नहीं रह सकता मेरे जाने के पश्चात कार्य रुक जाता है 90A ही कार्रवाई पूर्व में ही की जा चुकी है भू माफिया बार-बार अपने निर्माण को गति देते हैं इनके खिलाफ अधिकारी ही एफ आई आर दर्ज करवाएं ।